दुर्ग (छत्तीसगढ़)। शंकराचार्य कोविड हाॅस्पिटल में ऑक्सीजन बेड बढ़ेंगे। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने इस संबंध में आज शंकराचार्य कोविड हाॅस्पिटल के निरीक्षण के पश्चात आवश्यक निर्देश दिये। हाॅस्पिटल में अतिरिक्त बेड के मुताबिक चिकित्सकों, वार्ड ब्वाय, स्टाफ नर्स आदि की सुविधाओं के संबंध में कलेक्टर ने निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि अतिरिक्त बेड की स्थिति में माॅनिटरिंग स्टाफ की जरूरत के संबंध में पूरी तैयारी कर लें ताकि हर मरीज के स्वास्थ्य की लगातार निगरानी की जा सके। अस्पताल प्रबंधन ने अतिरिक्त बेड के साथ लगने वाले स्टाफ की पूरी जानकारी कलेक्टर को दी। कलेक्टर ने हाॅस्पिटल में भर्ती मरीजों की स्थिति के संबंध में पूछा। चिकित्सकों ने विस्तार से इस संबंध में कलेक्टर को जानकारी दी। इस दौरान सीएमएचओ डाॅ. गंभीर सिंह ठाकुर भी उपस्थित थे।
भोजन व सफाई पर निगरानी के निर्देश – कलेक्टर ने भोजन एवं सफाई व्यवस्था का निरीक्षण भी किया। कलेक्टर ने हाॅस्पिटल के नोडल अधिकारी नगर निगम आयुक्त इंद्रजीत बर्मन से भोजन की गुणवत्ता की निरंतर माॅनिटरिंग के लिए कहा। उन्होंने बताया कि भोजन के वितरण के समय निगम के सीनियर अधिकारी मौजूद रहते हैं। वे भोजन की गुणवत्ता भी देखते हैं और साथ ही यह भी देखते हैं कि सभी मरीजों तक समय पर भोजन का वितरण हो जाए। उन्होंने बताया कि साफ-सफाई की स्थिति की भी निरंतर मॉनिटरिंग की जा रही है। कलेक्टर ने कहा कि समय-समय पर अधिकारी भोजन कर इसकी गुणवत्ता भी देखें। भोजन रिच प्रोटीन डाइट होना चाहिए ताकि मरीजों को रिकवर करने में आसानी हो सके। कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन से कहा कि कोविड प्रोटोकाल के मुताबिक अस्पताल में सभी व्यवस्था बेहतरीन होनी चाहिए। कोरोना वारियर्स को सुरक्षा उपकरण एवं अन्य जरूरी एहतियात सुनिश्चित हो। हाॅस्पिटल का एनांउंसिंग सिस्टम पूरी तरह से काम करें। बिजली पानी जैसी बुनियादी चीजों की सप्लाई में किसी तरह की बाधा न हो। कलेक्टर ने मेडिकल वेस्ट के डिस्पोजल के संबंध में भी जानकारी ली। कलेक्टर ने कहा कि कंट्रोल रूम के माध्यम से मरीजों के स्वास्थ्य के बारे में टेली काॅलिंग कर लगातार जानकारी ली जा रही है। मरीजों के फीडबैक से आपको अवगत कराया जाता है। टेली कॉलिंग में मरीज से स्वास्थ्य की स्थिति के अलावा हाॅस्पिटल में साफसफाई, भोजन व्यवस्था एवं अन्य सुविधाओं के बारे में भी जानकारी ली जा रही है। मरीजों का संतोष सबसे अहम है। इस दिशा में उनसे अच्छा फीडबैक मिल रहा है। आपको सभी मरीजों से मिले फीडबैक से अवगत कराया जा रहा है। जहां कहीं भी कोई कमी इस फीडबैक में नजर आती है तो उसे त्वरित कार्रवाई कर दूर करें।