सरोज ने मुख्यमंत्री से मांगा रक्षाबंधन का उपहार, राजेंद्र बोले, मोदी सहित केंद्रीय मंत्रियों से भी मांगे वादा पूरा करने का उपहार

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भाजपा की राष्ट्रीय महामंत्री व राज्यसभा सांसद सरोज पांडेय द्वारा राखी भेजकर उपहार मांगें पर राजनीति गरमा गई है। सरोज पांडेय ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर कहा है कि शराब बंदी का फैसला लेकर रक्षाबंधन का उपहार दें। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री राजेंद्र साहू ने इस पर कहा है कि सरोज पांडेय को प्रधानमंत्री, केंद्रीय मंत्रियों और भाजपा नेताओं को भी पत्र के साथ रक्षासूत्र भेजना चाहिए और 2014 व 2019 में किए गए चुनावों वायदों की याद दिलवाकर उन्हें पूरा करने का उपहार मांगने का सुझाव दिया है।
राजेंद्र ने कहा कि सरोज को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उपहार मिलेगा तो हरेक व्यक्ति के खाते में 15 लाख रुपए आएंगे। हर साल 2 करोड़ लोगों को रोजगार मिलेगा। किसानों की आय दोगुनी होगी। महंगाई कम करने के साथ ही पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस की कीमतों में कमी होगी। 20 लाख करोड़ के पैकेज का हिस्सा देश के हर व्यक्ति तक पहुंचेगा। सरोज को प्रधानमंत्री व भाजपा नेताओं से राखी का उपहार मिलेगा तो पूरे देश में खुशहाली आएगी। सरोज को यह काम जरूर करना चाहिए।
राजेंद्र ने कहा कि माता-पिता अपनी हर इच्छा और शौक को दबाकर अनेक कष्ट सहते हुए बच्चों को अच्छी शिक्षा देते हैं, ताकि उसे अच्छा रोजगार मिल सके। भाजपा ने 2014 में हर साल दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन रोजगार देना तो दूर करोड़ों लोगों से रोजगार छिन गए हैं। पेट्रोल डीजल रसोई गैस खाद बीज तेल खाद सहित महंगाई कम करने की बातें कही गई। इनके दाम लगभग दोगुने हो गए हैं।
राजेंद्र ने कहा कि सरोज को किसानों की आय दोगुना करने रबी और खरीफ फसल का समर्थन मूल्य दोगुना करने पीएम को पत्र लिखना चाहिए। कोरोना संकट में 20 लाख करोड़ का अता-पता नहीं है। देश के दूरस्थ अंचलों में रहने वाले लोग पैकेज से मिलने वाली राशि के साथ 15 लाख रुपए का इंतजार कर रहे हैं।
राजेंद्र ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार को बने हुए सिर्फ 18 माह हुए हैं।  इतनी कम अवधि में प्रदेश में लगभग सौ दुकानें बंद करने का फैसला लेने के साथ ही चरणबद्ध तरीके से शराब दुकानें बंद करने का ऐलान कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पूरे प्रदेश की बहनों को यह उपहार पहले ही देना शुरू कर चुके हैं। छत्तीसगढ़ सरकार ने सिर्फ 18 महीने के कार्यकाल में 36 में से आधे से ज्यादा वादे पूरे कर दिए गए हैं। मोदी सरकार को 6 साल से ज्यादा समय हो गया है। बहनों को उन्हें पत्र लिखकर वादे याद दिलाना जरूरी है, क्योंकि महंगाई की मार का उन पर सबसे ज्यादा असर होता है।