दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में तीन वर्ष पूर्व हुए करोड़ों के घोटाले के आरोप में अंततः पुलिस ने पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी. को गिरफ्तार कर पुलिस ने न्यायालय के समक्ष पेश किया जहां से ज्यूडिशियल रिमांड पर जेल भेज गया। दुर्ग पुलिस द्वारा यह कार्रवाई बिलासपुर हाइकोर्ट के निर्देश पर की गई, जिसमें हाइकोर्ट ने प्रकरण पर कार्रवाई कर चार सप्ताह में केस डायरी सक्षम न्यायालय के समक्ष पेश करने का निर्देश दिया था।
घोटाला कर बैंक को आर्थिक क्षति पहुंचाने की शिकायत तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी पंकज सोढी ने की थी। शिकायत पत्र में बताया गया था कि अपर कलेक्टर दुर्ग, अंकेक्षण अधिकारी तथा सहकारिता निरीक्षक की संयुक्त टीम द्वारा जॉच रिपोर्ट कलेक्टर दुर्ग के आदेश के माध्यम से जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित दुर्ग के पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन (63 वर्ष) एवं अन्य संचालको द्वारा अपनी पदस्थापना कार्यकाल दिनांक 12 जून 2014 से दिनांक 11 जून 2020 ककी अवधि में पंजीयक सहकारी संस्थाएं छ.ग. से बिना अनुमति के विभिन्न प्रकरणों में 1313.50 लाख रूपये की अनुदान राशि तथा 5 अगस्त 2016 से 12 जून 2019 तक की अवधि में एकमुश्त समझौता योजना के प्रकरणों में छूट प्रदान कर अपने अधिकार क्षेत्र में न होते भी सदस्यों के साथ करोड़ों रुपये की योजनाओं को लागू किया गया। इस प्रकार अपने पद का दुरपयोग करते हुए शासन एवं जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक दुर्ग को आर्थिक नुकसान पहुँचा कर घोखाधडी की गई।
शिकायत के आधार पर दुर्ग कोतवाली पुलिस ने दफा 409, 420, 467, 468, 471 के तहत पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन सहित संचालक मंडल के सदस्यों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया था। पुलिस की इस कार्रवाई के खिलाफ प्रीतपाल बेलचंदन और संचालक मंडल के सदस्यों ने हाईकोर्ट की शरण लेकर स्थगन आदेश प्राप्त कर लिया था। जिसके बाद डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में अग्रिम जमानत के लिए आवेदन लगाया गया था। जिसे खारिज कर दिया गया था।
आरोपियों ने एक बार फिर हाईकोर्ट की शरण लेकर पुलिस में दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग की थी। इस रिट पिटीशन पर चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा व जस्टिस राकेश मोहन पांडेय की बेंच में सुनवाई की गई। सुनवाई पश्चात हाईकोर्ट ने 28 जून 2023 को अपने आदेश में एफआईआर को रद्द करने से इंकार करते हुए दुर्ग एसपी को प्रकरण 4 सप्ताह में कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। जिसके आधार पर दुर्ग कोतवाली पुलिस द्वारा आज यह कार्रवाई की गई है। इस मामले में अभी चंद्रिका प्रसाद देशमुख सहित संचालक मंडल के 14 सदस्यों पर प्रकरण के तहत कार्रवाई होना शेष है।