नई दिल्ली। देश भर में कल एक मई से प्रारंभ होने वाले 18+ के वैक्सीनेशन कार्यक्रम पर खतरे के बादल मंडराते नजर आ रहे हैं। जानकारों का मानना है कि छत्तीसगढ़, दिल्ली, राजस्थान सहित देश के राज्यों में तीसरे चरण के वैक्सीनेशन का कार्य प्रारंभ होने में संदेह है। इसका कारण वैक्सीन कंपनियों द्वारा राज्यों से आर्डर की वैक्सीन की आपूर्ति समय पर करने में असमर्थता जाहिर किया जाना है।
बता दें कि एक मई से 18 साल से ऊपर के लोगों को वैक्सीनेशन देने का कार्यक्रम शुरू होना है. हालांकि, कई राज्यों के पास पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध नहीं है। जिससे इस कार्यक्रम की शुरुआत को लेकर संशय की स्थिति निर्मित हो गई है। छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और दिल्ली जैसे राज्यों ने कहा है कि उनके पास पर्याप्त संख्या में डोज नहीं हैं। हालांकि कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते राज्य सरकारें ज्यादा से ज्यादा लोगों का टीकाकरण करना चाहती है। वैक्सीन की कमी के चलते कई राज्यों ने हाथ खड़े कर दिए हैं और कहा है कि वैक्सीन ही नहीं है तो कैसे अभियान शुरू करें। मुंबई में वैक्सीन न होने पर तीन दिन के लिए टीकाकरण रुका हुआ है।
मुंबई में अगर टीके की पर्याप्त खुराक नहीं पहुंचती है तो कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण अगले दो दिनों तक रोकना पड़ सकता है। महानगर में टीकाकरण केंद्रों पर 45 वर्ष से ऊपर के लोगों की लंबी कतारें दिख रही हैं। टीके के खुराक की आपूर्ति में कमी के कारण 18 से 44 वर्ष तक के लोगों का टीकाकरण एक मई से शुरू होना संभव नहीं है। बृहन्मुंबई नगर निगम के अतिरिक्त आयुक्त सुरेश काकानी ने बताया कि बुधवार की रात हमें बताया गया कि हमें टीके की करीब 75 हजार खुराकें मिलेंगी। इतनी कम आपूर्ति से बीएमसी ने कुछ ही टीकाकरण केंद्र खोले जबकि अन्य केंद्रों को बंद रखा गया। उन्होंने कहा कि अगर हमें पर्याप्त आपूर्ति नहीं मिलती है तो हमें अभियान कुछ दिनों के लिए रोकना होगा और पर्याप्त आपूर्ति का इंतजार करना होगा ताकि तेजी से टीकाकरण किया जा सके।
दिल्ली सरकार का कहना है कि वह निर्माता कंपनी से वैक्सीन की ताजा सप्लाई का इंतजार कर रही है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि हमारे पास अभी वैक्सीन नहीं है। इसके लिए कंपनी से आग्रह किया गया है।
तमिलनाडु ने डेढ़ करोड़ डोज का आर्डर दिया है लेकिन सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार 18 से 45 के आयुवर्ग के लिए शनिवार से टीकाकरण शुरू होने को लेकर अनिश्चितता की स्थिति में है। सूत्रों ने बताया, ‘एक कंपनी ने कहा कि हमारे पास जून तक सप्लाई नहीं है। हम निश्चित नहीं है कि देशभर में 1 मई से टीकाकरण अभियान शुरू हो पाएगा।
छत्तीसगढ़ सरकार ने कार्यक्रम के लिए 50 लाख डोज वैकसीन का आर्डर किया है। इस आर्डर की पूर्ति मई के अंतिम सप्ताह से पूर्व किए जाने में वैक्सीन निर्माता दोनों कंपनियों ने असमर्थता जाहिर की है।
पंजाब ने भी कहा है कि वह अभी टीकाकरण का नया राउंड शुरू नहीं कर सकता। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने कहा कि हम टीकाकरण तभी शुरू कर सकते हैं जब हम 10 लाख तक डोज मिल जाएं।
राजस्थान भी वैक्सीन की कमी के संकट से जूझ रहा है। राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा ने कहा कि वैक्सीन निर्माताओं ने कहा है कि वे 15 मई से पहले सप्लाई नहीं कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि हमारे पास स्टोरेज में वैक्सीन नहीं है। 18+ के टीकाकरण के लिए हमें सात करोड़ वैक्सीन चाहिए, लेकिन ये हमें समय पर मिलनी चाहिए।
राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि हमने सीरम इंस्टीयूट से बात करके 3.75 करोड़ डोज देने को कहा है। लेकिन चूंकि उन्हें पहले केंद्र केंद्र सरकार के आर्डर की पूर्ति करना है इसलिए वे फिलहाल हमें वैक्सीन नहीं दे सकते।

