दुर्ग (छत्तीसगढ़)। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशों के अनुपालन में ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के कार्य तेज हो गए हैं। अब तक 70 हजार से अधिक श्रमिक मनरेगा कार्य के लिए लगा दिए गए हैं। मनरेगा कार्यों के निरीक्षण के लिए कुंदन कुमार सीईओ जिला पंचायत द्वारा ग्राम पंचायत पिसेगांव, चंदखुरी और अंडा में निरीक्षण किया गया।
ग्राम पंचायत पीसेगांव में तालाब गहरीकरण और कच्ची नाली निर्माण कार्य का निरीक्षण किया गया ग्राम पंचायत चंदखूरी में तालाब गहरीकरण कार्य का निरीक्षण किया गया।
लाकडाउन 3 के फेस में ग्रामीण क्षेत्रों में अब निर्माण कार्य उफान में आ गए हैं। मानसून पूर्व ग्रामीण क्षेत्रों में आधारिक संरचना तैयार करने एवं विविध क्षेत्रों में मनरेगा के अंतर्गत कार्य से बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन हुआ है। अभी 70 हजार 106 श्रमिक मनरेगा के अंतर्गत कार्य कर रहे हैं। फिलहाल 9083 निर्माण कार्य स्वीकृत हैं इनमें नाला पुनरूत्थान, तालाब गहरीकरण, तालाब निर्माण आदि के जलसंग्रह और वाटर रिचार्ज से संबंधित काम प्रमुख हैं। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्रों में मनरेगा के माध्यम से उपयोगी संरचनाएं बनाने एवं रोजगार सृजन के निर्देश दिए थे। साथ ही अधिकारियों को नियमित रूप से मनरेगा के कामों की मानिटरिंग करते रहने के निर्देश दिए थे।
सीईओ ने ग्राम पंचायत अंडा में नाला जीर्णोद्धार और बांध गहरीकरण कार्य का भी निरीक्षण किया जिसमें बहुत सा कार्य कराया जा रहा है और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सैनिटाइजर, हाथ धोने की व्यवस्था भी बहुत अच्छी कराई गई है। रोजगार सहायक और हितग्राहियों का मनोबल बनाए रखने के लिए ताली बजा कर उनका मनोबल बढ़ाया गया है।
अण्डा में रोजगार सहायक सम्मानित – लाकडाउन के दौरान अच्छा काम करने वाले रोजगार सहायक गोवर्धन जोशी ग्राम पंचायत अण्डा का सम्मान सीईओ ने किया। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा के कार्य को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर मनरेगा के निर्माण कराया गया है। सीईओ इससे काफी प्रसन्न हुए। उन्होंने कहा कि इसी तरह का बेहतर काम होने से लाॅकडाउन के दौरान विषम परिस्थित से जूझ रहे ग्रामीणों को राहत पहंचाने के ग्राम पंचायत अण्डा में मनरेगा के तहत लगभग बांध, गहरीकरण एवं जीर्णोधार कार्य, निजी डबरी आदि कार्य कराए जा रहे हैं।