दुर्ग, 29 मार्च 2025। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ निर्णायक लड़ाई जारी है। शनिवार को सुकमा-दंतेवाड़ा में सुरक्षाबलों ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 17 नक्सलियों को मुठभेड़ में मार गिराया। इसे भाजपा सरकार और सुरक्षाबलों की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है।
350 से अधिक नक्सली ढेर, निर्णायक युद्ध जारी
भाजपा के जिला उपाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार पाध्ये ने इसे नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में बड़ी सफलता बताया। उन्होंने कहा कि विष्णु देव साय सरकार के 16 महीनों में अब तक 350 से ज्यादा नक्सली मारे जा चुके हैं, जिनमें से 142 नक्सली केवल 2024 में ही मारे गए। इनमें कई कुख्यात और इनामी नक्सली भी शामिल थे।

उन्होंने सुरक्षाबलों की वीरता और अदम्य साहस को नमन करते हुए कहा कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा, जब तक छत्तीसगढ़ पूरी तरह से नक्सलमुक्त नहीं हो जाता।
प्रधानमंत्री मोदी और अमित शाह के संकल्प की ओर बढ़ता छत्तीसगढ़
राजेन्द्र कुमार पाध्ये ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद के संपूर्ण खात्मे का संकल्प लिया है। सुरक्षाबलों की यह बड़ी कार्रवाई इस लक्ष्य की प्राप्ति की दिशा में एक अहम कदम है।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार नक्सली गतिविधियों को रोकने के साथ-साथ स्थायी शांति और विकास पर भी जोर दे रही है। प्रदेश को नक्सल मुक्त, भयमुक्त और समृद्ध बनाने का लक्ष्य भाजपा सरकार ने तय कर लिया है।
नक्सलियों के पास दो ही विकल्प – सरेंडर या एनकाउंटर
भाजपा नेता ने स्पष्ट किया कि छत्तीसगढ़ पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बल निर्णायक युद्ध लड़ रहे हैं। अब नक्सलियों के पास दो ही विकल्प हैं – या तो वे आत्मसमर्पण करें या फिर मुठभेड़ में मारे जाएं।
उन्होंने कहा कि यह केवल एक सुरक्षा अभियान नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ को स्थायी शांति और विकास के रास्ते पर ले जाने की ऐतिहासिक मुहिम है। सरकार और सुरक्षाबल नक्सलवाद के अंधकार को हमेशा के लिए खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
नक्सलवाद के खात्मे से खुलेगा विकास का रास्ता
भाजपा उपाध्यक्ष ने कहा कि यह कार्रवाई प्रदेश के हर नागरिक को भयमुक्त जीवन देने की दिशा में एक बड़ा कदम है। सुरक्षाबलों की बहादुरी से छत्तीसगढ़ अब विकास, शांति और समृद्धि की नई राह पर आगे बढ़ रहा है।
