छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के जगरगुंडा थाना क्षेत्र में जवानों की हत्या के बाद जंगल में छिपे दो इनामी नक्सलियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक नक्सलियों का कमांड इन चीफ बताया जा रहा है। गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।
जवानों पर नक्सली हमला और जंगल में छिपने की साजिश
25 फरवरी 2023 को जगरगुंडा के आश्रमपारा के आगे सिंगाराम रोड टी-पाइंट पर 300-400 नक्सलियों ने घात लगाकर जवानों पर हमला किया था। इस दौरान नक्सली वर्दीधारी और सादे कपड़ों में हथियारों से लैस थे। जवानों ने भी हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया, लेकिन हमले के बाद नक्सली जंगल में भाग गए।

घटना के बाद से पुलिस और सुरक्षा बल लगातार नक्सलियों की तलाश कर रहे थे। इस अभियान के दौरान जवानों ने दो संदिग्धों को छिपते हुए देखा, जिसके बाद घेराबंदी करके उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
दो लाख के इनामी नक्सली दबोचे गए
गिरफ्तार नक्सलियों की पहचान मुचाकी सन्नू और मुचाकी हुर्रा के रूप में हुई है। ये दोनों दो लाख रुपए के इनामी थे और कई गंभीर अपराधों में शामिल रहे हैं। इनके कब्जे से
- दो बीजीएल सेल,
- दो जिलेटिन रॉड,
- 1.5 मीटर कॉडेक्स वायर बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार नक्सलियों के अपराध
गिरफ्तार नक्सली मुचाकी हुर्रा पहले भी कई आपराधिक गतिविधियों में शामिल रहा है, जिनमें—
✅ ग्रामीण की हत्या,
✅ सड़क निर्माण के दौरान IED विस्फोट कर JCB वाहन चालक को घायल करना,
✅ पुलिस पर हमले की साजिश शामिल हैं।
इनके खिलाफ पहले से ही थाने में कई मामले दर्ज थे।
सुरक्षा बलों का ऑपरेशन जारी
नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का अभियान लगातार जारी है। जवान जंगलों में लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं ताकि अन्य फरार नक्सलियों को गिरफ्तार किया जा सके। इस कार्रवाई से सुकमा क्षेत्र में नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूती मिलेगी।
निष्कर्ष
सुकमा में हुई इस बड़ी कार्रवाई से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की पकड़ और मजबूत हुई है। दो इनामी नक्सलियों की गिरफ्तारी से नक्सली संगठनों को बड़ा झटका लगा है और इससे आगे भी अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का संदेश गया है। सुरक्षा बलों का यह अभियान नक्सल उन्मूलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
