नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी पॉडकास्टर लेक्स फ्रिडमैन के साथ बातचीत में एक रोचक घटना साझा की, जो उनके अमेरिका दौरे के दौरान व्हाइट हाउस में घटी थी। यह घटना उस समय की है जब बराक ओबामा अमेरिका के राष्ट्रपति थे।
पीएम मोदी ने बताया कि एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद उनके सम्मान में व्हाइट हाउस में औपचारिक रात्रिभोज आयोजित किया गया था। लेकिन जब अमेरिकी अधिकारियों को पता चला कि पीएम मोदी उपवास कर रहे हैं, तो वे चिंतित हो गए कि बिना भोजन के वे मेहमाननवाजी कैसे करें।

रात्रिभोज के दौरान, पीएम मोदी ने अपनी थाली में केवल गर्म पानी का एक गिलास रखा। माहौल हल्का करने के लिए उन्होंने ओबामा की ओर देखते हुए मजाकिया अंदाज में कहा, “देखिए, मेरा डिनर आ गया।”
यह घटना बराक ओबामा के लिए भी यादगार बन गई। जब पीएम मोदी अगली बार व्हाइट हाउस में लंच के लिए गए, तो ओबामा ने हंसते हुए कहा, “पिछली बार आप उपवास कर रहे थे, इस बार हम दोपहर का भोजन कर रहे हैं। अब चूंकि आप उपवास नहीं कर रहे, तो आपको दोगुना खाना होगा।”
पीएम मोदी और उपवास
लेक्स फ्रिडमैन के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने बताया कि उपवास उनके जीवन का हिस्सा पिछले 50 वर्षों से है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी इसे सार्वजनिक करने का इरादा नहीं रखा, लेकिन जब वे मुख्यमंत्री और फिर प्रधानमंत्री बने, तो लोगों ने उनके इस अनुशासन को नोटिस करना शुरू कर दिया।
पीएम मोदी ने उपवास को केवल धार्मिक या सांस्कृतिक परंपरा नहीं, बल्कि एक वैज्ञानिक और आध्यात्मिक अनुशासन बताया। उन्होंने कहा, “उपवास सिर्फ भोजन छोड़ने का नाम नहीं है। अगर कोई मजबूरी में भूखा रहता है, तो वह उपवास नहीं कहलाता। सच्चा उपवास आत्म-अनुशासन और संतुलन की प्रक्रिया है।”
