बिहार विधानसभा में नीतीश-तेजस्वी के बीच तीखी नोकझोंक, नीतीश कुमार बोले- “मैंने बनाया लालू यादव को”

पटना। बिहार विधानसभा में मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के बीच इन्फ्रास्ट्रक्चर और विकास को लेकर तीखी बहस हुई। बजट सत्र के दौरान नीतीश कुमार ने दावा किया कि “मैंने ही लालू यादव को बनाया” और राजद शासन (1994-2005) के दौरान बिहार की बदहाली की याद दिलाई।

नीतीश कुमार बोले – “बिहार में पहले कुछ नहीं था”

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, “पहले बिहार में कुछ भी नहीं था। सड़कें नहीं थीं, शाम होते ही लोग घर से बाहर नहीं निकलते थे। मैं केंद्र में मंत्री था, हमें पैदल चलना पड़ता था। समाज में टकराव की स्थिति बनी रहती थी।”

जब वह अपनी बात रख रहे थे, तब तेजस्वी यादव ने उन्हें टोक दिया। इस पर नीतीश ने पलटवार करते हुए कहा, “तुम्हारे पिता (लालू यादव) को मैंने बनाया। तुम्हारी जाति के लोग मुझसे पूछते थे कि मैं यह क्यों कर रहा हूं, लेकिन मैंने फिर भी उनका साथ दिया।”

तेजस्वी का तंज – “2005 के बाद ही बनी दुनिया?”

इससे पहले, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार पर तंज कसते हुए कहा, “ऐसा लगता है जैसे 2005 से पहले कुछ था ही नहीं। क्या दुनिया 2005 के बाद ही बनी?”

उन्होंने सत्ताधारी गठबंधन पर हमला बोलते हुए कहा, “विधानसभा लोकतंत्र का मंदिर है, लेकिन यह सरकार लोकतंत्र और संविधान को खत्म करने में लगी है। यह सच है, जिसे कोई छुपा नहीं सकता। यह पहली बार हो रहा है कि मुख्यमंत्री तो छोड़िए, दोनों उपमुख्यमंत्री भी सदन में नहीं हैं, जब नेता प्रतिपक्ष बोल रहे हैं। सच सुनने की हिम्मत होनी चाहिए।”

बिहार सरकार ने पेश किया ₹3.17 लाख करोड़ का बजट

इससे एक दिन पहले, बिहार सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए ₹3.17 लाख करोड़ का बजट पेश किया, जो पिछले साल के ₹2.79 लाख करोड़ की तुलना में 13.6% अधिक है। यह बजट उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने पेश किया।

तेजस्वी बोले – “एनडीए का आखिरी बजट, खो दिया मौका”

तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार के इस बजट को “खोया हुआ अवसर” बताया और कहा कि “यह भाजपा-नीत एनडीए सरकार का आखिरी बजट है, क्योंकि यह सत्ता में वापस नहीं आएगी।”

उन्होंने आगे कहा, “हमने सरकार से महिलाओं को ₹2,500 मासिक भत्ता, 200 यूनिट मुफ्त बिजली और कुछ अन्य जनहितैषी योजनाओं की घोषणा करने को कहा था। अगर सरकार ऐसा करती तो इसका उन्हें ही फायदा होता, लेकिन उन्होंने यह मौका गंवा दिया। जब अगली बार राजद की सरकार बनेगी, तब हम यह सब जनता को देंगे।”

निष्कर्ष

बिहार विधानसभा में मंगलवार को सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस देखने को मिली। जहां नीतीश कुमार ने राजद शासनकाल की विफलताओं को गिनाया, वहीं तेजस्वी यादव ने एनडीए सरकार पर लोकतंत्र कमजोर करने और जनता के लिए कुछ न करने का आरोप लगाया। आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह बहस और तेज़ होने की संभावना है।

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