रायपुर, छत्तीसगढ़: अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष 2025 के आयोजन की तैयारियों को लेकर रायपुर में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रांतीय आयोजन समिति के प्रमुख सदस्य और पदाधिकारी उपस्थित रहे। इस अवसर पर सहकारिता क्षेत्र के संस्थापक स्व. लक्ष्मण राव ईनामदार को श्रद्धांजलि दी गई। बैठक का शुभारंभ चंद्र किरण मिश्रा और जया रेड्डी द्वारा प्रस्तुत सहकार गीत से हुआ, जिसे सभी ने सराहा।
बैठक के दो सत्र
बैठक की अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. लक्ष्मी कांत द्विवेदी ने की। पहले सत्र में सदस्यों ने सहकारिता के महत्व और छत्तीसगढ़ में इसकी भूमिका पर चर्चा की। सदस्यों ने सहकारिता क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए कई सुझाव दिए।
दूसरे सत्र में प्रांतीय महामंत्री करुणा निधि यादव ने 2025 में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की योजना प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि इन कार्यक्रमों में सहकारिता के विभिन्न आयामों, जैसे दूध उत्पादन, बीज उत्पादन, गृह निर्माण, प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां, मत्स्य पालन, जल और पर्यावरण संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
सहकारिता को जन आंदोलन बनाने की पहल
कार्यक्रम जिले, तहसील और संभाग स्तर पर आयोजित किए जाएंगे, ताकि सहकारिता को जन-जन तक पहुंचाया जा सके। यह आयोजन सहकारिता को जन आंदोलन के रूप में विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम होगा।
श्रद्धांजलि और सराहना
बैठक के अंत में पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. द्विवेदी ने सहकारिता को जमीनी स्तर पर लाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने ग्राम सहकारिता को मजबूत करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं, जिनका लाभ प्रदेश की जनता को मिल रहा है।