छत्तीसगढ़ और छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए 15 दिसंबर 2024 का दिन ऐतिहासिक बन गया। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित समारोह में छत्तीसगढ़ पुलिस को राष्ट्रपति निशान (पुलिस कलर्स अवार्ड-2024) प्रदान किया। यह सम्मान देश के सशस्त्र बलों को दिया जाने वाला सर्वोच्च अलंकरण है। छत्तीसगढ़ देश का सबसे युवा राज्य बन गया है, जिसने अपने गठन के मात्र 24 वर्षों के भीतर यह गौरव हासिल किया है।
गृह मंत्री श्री अमित शाह ने इस अवसर पर छत्तीसगढ़ पुलिस की बहादुरी, कर्तव्यपरायणता और नक्सलवाद के खिलाफ उनकी लड़ाई की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह सम्मान केवल एक अलंकरण नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ पुलिस के साहस और सेवा का प्रतीक है। उन्होंने नक्सलियों से हथियार छोड़ने और मुख्य धारा में लौटने की अपील भी की। श्री शाह ने कहा, “31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ और देश को नक्सलवाद से पूरी तरह मुक्त कर दिया जाएगा।”
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने जताया गर्व
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ पुलिस को बधाई देते हुए कहा कि यह सम्मान राज्य के पुलिस बल की असाधारण सेवाओं और जनता के प्रति समर्पण को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों में बड़ी संख्या में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर मुख्य धारा में लौटने का निर्णय लिया है।
पुनर्वास नीतियों पर जोर
मुख्यमंत्री ने आत्मसमर्पित नक्सलियों के पुनर्वास के लिए राज्य और केंद्र सरकार की नीतियों की जानकारी देते हुए कहा कि उन्हें तीन साल तक मासिक स्टाइपेंड, आवास, और कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत नक्सल प्रभावित परिवारों को 15,000 पक्के मकान स्वीकृत किए गए हैं।
कार्यक्रम की झलकियां
राष्ट्रपति निशान अलंकरण समारोह में परेड द्वारा गृह मंत्री को सलामी दी गई और महिला व पुरुष प्लाटून ने शानदार मार्चपास्ट किया। आकाश में तिरंगे गुब्बारे छोड़े गए और आतिशबाजी के बीच पुलिस को यह सम्मान प्रदान किया गया। समारोह में छत्तीसगढ़ पुलिस के सफर पर आधारित एक कॉफी टेबल बुक का भी विमोचन किया गया।
छत्तीसगढ़ पुलिस की उपलब्धियां
पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा ने छत्तीसगढ़ पुलिस की 24 वर्षों की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला और बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों, मादक पदार्थों के खिलाफ अभियानों और महिलाओं की सुरक्षा के लिए विशेष प्रयास किए गए हैं।
इस अवसर पर पुलिस बल के जवानों, अधिकारियों, शहीदों के परिजनों सहित गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे। यह सम्मान पुलिस बल के लिए प्रेरणा का स्रोत बनकर उन्हें और अधिक जोश व उत्साह के साथ कार्य करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।