केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि केंद्र और छत्तीसगढ़ सरकार राज्य से नक्सलवाद का खात्मा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने घोषणा की कि मार्च 31, 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त बना दिया जाएगा। शाह ने यह बात पुलिस परेड ग्राउंड में आयोजित राष्ट्रपति पुलिस कलर सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि जब छत्तीसगढ़ नक्सलवाद से मुक्त होगा, तब पूरा देश इस समस्या से निजात पा लेगा। शाह ने छत्तीसगढ़ पुलिस की पिछले एक साल में नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में की गई उपलब्धियों की सराहना की।
शाह ने नक्सलियों के पुनर्वास के लिए छत्तीसगढ़ सरकार की नीति की भी तारीफ की और नक्सलियों से हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने की अपील की। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति का यह सम्मान केवल एक पुरस्कार नहीं है, बल्कि सेवा, समर्पण और बलिदान का प्रतीक है। यह हमें पुलिस के सामने आने वाली अनगिनत चुनौतियों की याद दिलाता है।”
केंद्रीय गृह मंत्री ने भरोसा जताया कि छत्तीसगढ़ पुलिस अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाएगी और कभी पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने कहा, “मुझे विश्वास है कि छत्तीसगढ़ पुलिस के जवान राष्ट्रपति का प्रतीक चिन्ह अपनी वर्दी पर लगाकर और भी ऊंचे मनोबल के साथ ड्यूटी करेंगे।”
शाह ने कहा कि राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने मिलकर छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त बनाने का संकल्प लिया है। उन्होंने जानकारी दी कि पिछले एक साल में राज्य में 287 नक्सलियों को मार गिराया गया, 1,000 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया और 837 ने आत्मसमर्पण किया।
अमित शाह ने बताया कि पिछले चार दशकों में पहली बार नक्सल हिंसा में नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों की मौतों की संख्या 100 से नीचे आ गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देशभर में पिछले 10 सालों में नक्सलवाद पर काबू पाने की भी बात कही।
शाह ने नक्सलियों से हिंसा छोड़ने और विकास की मुख्यधारा में शामिल होने की अपील करते हुए कहा, “मैं नक्सलियों से कहना चाहता हूं कि हमारी राज्य सरकार ने बहुत अच्छी आत्मसमर्पण नीति बनाई है। वे हिंसा छोड़ें और छत्तीसगढ़ के विकास में अपना योगदान दें।”