रायपुर: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 5 दिसंबर को “विश्व मृदा दिवस” के अवसर पर प्रदेशवासियों, विशेषकर किसानों को बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह दिवस मिट्टी के महत्व और इसके संरक्षण के लिए जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की उर्वर भूमि का राज्य की फसल उत्पादन और कृषकों की समृद्धि में बड़ा योगदान है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि मृदा जैसे अमूल्य प्राकृतिक संसाधन की रक्षा की सामूहिक ज़िम्मेदारी निभाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा, “हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारी उर्वर धरती आने वाली पीढ़ियों के लिए उपजाऊ और जीवनदायिनी बनी रहे। मिट्टी का संरक्षण सिर्फ किसानों की नहीं, बल्कि हर नागरिक की जिम्मेदारी है।”
उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश में मृदा संरक्षण के लिए जागरूकता और नवीनतम तकनीकों का उपयोग आवश्यक है। छत्तीसगढ़ सरकार किसानों की सहायता के लिए मृदा परीक्षण और उर्वरक प्रबंधन जैसे कार्यक्रमों को बढ़ावा दे रही है, ताकि मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखा जा सके।
मिट्टी संरक्षण की सामूहिक जिम्मेदारी
मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को मिट्टी संरक्षण के महत्व को समझने और इस दिशा में मिल-जुलकर कार्य करने की अपील की। उन्होंने कहा कि स्वस्थ मिट्टी स्वस्थ पर्यावरण और समृद्ध भविष्य की कुंजी है।
विश्व मृदा दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री का संदेश प्रदेशवासियों के लिए प्रेरणा है कि वे मिट्टी के संरक्षण और इसकी उर्वरता बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाएं।