छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में रविवार को सुरक्षा बलों ने माओवादी प्रभावित क्षेत्र में एक बड़ा ऑपरेशन चलाते हुए पहली बार ‘हाईली एक्सप्लोसिव (HE) बम’ बरामद किया। यह बम एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) के साथ लगाया गया था। पुलिस के मुताबिक, इसे प्रतिबंधित संगठन कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवादी) ने लगाया था।
जिला रिजर्व गार्ड (DRG) और बम डिटेक्शन एंड डिस्पोजल स्क्वाड (BDDS) द्वारा गोरना-मांकेली-इशुलनार के जंगल में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया गया। इस दौरान एक गांव की सड़क के नीचे दबे तीन प्रेशर IED मिले, जिनका वजन 5-5 किलो था। इसके कुछ ही दूरी पर 10 किलो का एक बड़ा IED भी मिला।
इसके अलावा, सुरक्षा बलों ने पहली बार एक ‘HE बम’ भी बरामद किया। यह बम 51 मिमी के मोर्टार से फायर किया जाता है, जिसकी मारक क्षमता 25 मीटर और खतरे का क्षेत्र 80 मीटर तक होता है। उपाधीक्षक (एंटी-नक्सल ऑपरेशन) सुदीप सरकार ने बताया कि माओवादियों के पास ऐसे बम बनाने की क्षमता नहीं है, और इसे संभवतः सुरक्षाबलों से लूटे गए हथियारों के जरिए हासिल किया गया है।
पिछले एक साल में 206 IED बरामद और निष्क्रिय किए गए हैं। राज्य के गठन के बाद से अब तक 3,550 से अधिक IED जब्त किए जा चुके हैं, जबकि 1,170 IED धमाके हो चुके हैं, जिनमें सैकड़ों जवानों ने अपनी जान गंवाई है।
इस साल माओवादी हिंसा में 17 सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं, जिनमें से 8 IED धमाकों में शहीद हुए। इसके अलावा, कई आम नागरिक, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, IED धमाकों का शिकार बने हैं।