राफेल नडाल ने कहा टेनिस को अलविदा: डेविस कप में स्पेन की हार से समाप्त हुआ करियर

स्पेनिश टेनिस के दिग्गज और 22 बार के ग्रैंड स्लैम विजेता राफेल नडाल ने पेशेवर टेनिस को अलविदा कह दिया। उनका चमकदार करियर डेविस कप के क्वार्टर फाइनल में नीदरलैंड्स द्वारा स्पेन को हराने के साथ समाप्त हुआ। मंगलवार को खेले गए इस मुकाबले में नडाल को पहले सिंगल्स मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद, कार्लोस अलकाराज़ ने दूसरा मुकाबला जीतकर स्कोर 1-1 किया, लेकिन निर्णायक डबल्स में नीदरलैंड्स ने 2-1 से जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह बना ली।

नडाल का आखिरी मुकाबला

38 वर्षीय नडाल, जो दुनिया में 154वें स्थान पर हैं, को पहले सिंगल्स मुकाबले में बोटिक वैन डे जैंडस्खल्प ने 6-4, 6-4 से हराया। हालांकि, नडाल ने अपने करियर के आखिरी मैच में हर संभव कोशिश की। मैच से पहले स्पेनिश राष्ट्रीय गान सुनते हुए नडाल भावुक हो गए। 10,000 से ज्यादा दर्शकों ने “राफा, राफा” के नारे लगाकर उन्हें प्रोत्साहित किया।

नडाल ने कहा, “आज का दिन मेरे लिए बेहद भावुक था। यह मेरे करियर का आखिरी सिंगल्स मुकाबला हो सकता है। राष्ट्रीय गान सुनने का अनुभव विशेष था।”

डेविस कप में नडाल का प्रदर्शन हमेशा शानदार रहा है। उन्होंने 2004 में डेविस कप में पदार्पण किया था और 30 में से 29 सिंगल्स मुकाबले जीते। लेकिन इस बार उनकी शारीरिक स्थिति और लंबे समय से कोर्ट से दूरी ने उनके प्रदर्शन को प्रभावित किया।

कार्लोस अलकाराज़ की कोशिश

कार्लोस अलकाराज़, जो दुनिया के तीसरे नंबर के खिलाड़ी हैं, ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्पेन की उम्मीदों को जीवित रखा। उन्होंने दूसरे सिंगल्स मुकाबले में टैलन ग्रिक्स्पूर को 7-6 (7/0), 6-3 से हराया। अलकाराज़ ने अपनी जीत नडाल को समर्पित करते हुए कहा, “मैंने यह जीत राफा के लिए हासिल की।”

निर्णायक डबल्स में हार

निर्णायक डबल्स मुकाबले में वैन डे जैंडस्खल्प और वेस्ली कूलहोफ की जोड़ी ने नडाल और ग्रानोलेर्स की जोड़ी को 7-6 (7/4), 7-6 (7/3) से हराया। नीदरलैंड्स ने इस जीत के साथ सेमीफाइनल में जगह बनाई, जहां उनका मुकाबला कनाडा या जर्मनी से होगा।

राफा का टेनिस करियर

राफेल नडाल को “किंग ऑफ क्ले” के नाम से जाना जाता है और उन्होंने 14 बार फ्रेंच ओपन खिताब जीता है। उनकी आक्रामक खेल शैली, शानदार फोरहैंड और अद्वितीय खेल भावना ने उन्हें टेनिस के महानतम खिलाड़ियों में शामिल किया। उनके संन्यास के साथ टेनिस के एक युग का अंत हो गया।

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