छत्तीसगढ़ के रायपुर में पीएससी 2021 घोटाले से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। सीबीआई ने छत्तीसगढ़ पीएससी के तत्कालीन अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी और बजरंग इस्पात के डायरेक्टर को गिरफ्तार कर लिया है। यह मामला अधिकारियों और नेताओं के बच्चों के चयन में अनियमितताओं को लेकर काफी समय से चर्चा में था।
घोटाले में डिप्टी कलेक्टर और DSP के चयन पर सवाल
आरोप है कि सीजीपीएससी के चयन प्रक्रिया में छेड़छाड़ कर माननीयों के बच्चों और रिश्तेदारों को डिप्टी कलेक्टर और डीएसपी पदों पर चयनित किया गया। बजरंग इस्पात के डायरेक्टर पर 45 लाख रुपये रिश्वत देने का आरोप भी है।
राजनीतिक गलियारों में गूंजा घोटाला
यह मामला छत्तीसगढ़ की राजनीति में भी जमकर चर्चा का विषय बना रहा। बीजेपी ने कांग्रेस सरकार पर इस मामले को लेकर तीखे आरोप लगाए थे। पहले इस मामले में एसीबी/ईओडब्ल्यू ने एफआईआर दर्ज की थी, जिसे बाद में जांच के लिए सीबीआई को सौंपा गया। अब सीबीआई ने जांच के बाद बड़ी कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारी की है।
पूर्व IAS और अन्य आरोपी जांच के घेरे में
घोटाले में पूर्व आईएएस और तत्कालीन पीएससी चेयरमैन टामन सिंह सोनवानी समेत कई अन्य नाम शामिल हैं। सीबीआई की इस कार्रवाई से घोटाले में शामिल अन्य अधिकारियों और नेताओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
मुख्यमंत्री का बयान
इस मामले पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा था कि दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। अब यह कार्रवाई सरकार की उस मंशा को दिखाती है।