सोमवार (11 नवंबर, 2024) को मणिपुर के जिरीबाम में सीआरपीएफ पोस्ट पर हुए हमले के जवाब में सुरक्षा बलों द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में 10 सशस्त्र उग्रवादी मारे गए। इस मुठभेड़ में सीआरपीएफ के एक जवान संजीव कुमार को गोली लगी, जिन्हें इलाज के लिए असम के सिलचर मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है।
चुराचांदपुर जिले में स्थित कुकी-जो काउंसिल ने “गांव के स्वयंसेवकों” की मौत के विरोध में पूर्ण बंद का आह्वान किया है। मणिपुर पुलिस ने बयान में बताया कि दोपहर लगभग 3 बजे, जकुराधोर में स्थित सीआरपीएफ पोस्ट और पास के बोरबेकरा पुलिस स्टेशन पर सशस्त्र उग्रवादियों ने हमला कर दिया था। पुलिस और सीआरपीएफ द्वारा इस हमले का सख्ती से जवाब दिया गया। लगभग 40–45 मिनट तक चली भीषण गोलीबारी के बाद स्थिति को नियंत्रण में लाया गया। गोलीबारी बंद होने के बाद क्षेत्र की तलाशी ली गई, जिसमें 10 सशस्त्र उग्रवादियों के शव और उनके हथियार व गोला-बारूद बरामद किए गए।
पुलिस के अनुसार, घटनास्थल से तीन AK-47 राइफल, चार SLR, दो INSAS, एक रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड लॉन्चर, एक पंप एक्शन गन, बुलेटप्रूफ हेलमेट और कई मैगजीन बरामद किए गए हैं। घटना के बाद एक आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।
पुलिस ने बताया कि बोरबेकरा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत जकुराधोर और आसपास के क्षेत्रों में ऑपरेशन जारी है ताकि शेष उग्रवादियों को पकड़ा जा सके। असम राइफल्स, सीआरपीएफ और सिविल पुलिस की अतिरिक्त टीमों को घटनास्थल पर भेजा गया है।
दिन में पहले ही जिरीबाम में कानून-व्यवस्था बिगड़ने की आशंका के मद्देनजर निषेधाज्ञा जारी कर दी गई थी।
जिला मजिस्ट्रेट कृष्ण कुमार के आदेश में कहा गया है कि क्षेत्र में शांति और सार्वजनिक शांति के व्यापक उल्लंघन, दंगे या संघर्ष की आशंका है। इसके अलावा, कुछ असामाजिक तत्वों की अवैध गतिविधियों के कारण मानव जीवन और संपत्तियों को गंभीर खतरा है।