छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में जंगली हाथियों के झुंड के हमले में दो मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। यह घटना रविवार को हुई, जिसकी जानकारी एक वन अधिकारी ने दी। पीड़ित बच्चों की पहचान 11 वर्षीय डिशु और उसकी 5 वर्षीय बहन काजल के रूप में हुई है। ये दोनों बच्चे पांडो जनजाति से थे, जो विशेष रूप से संवेदनशील जनजातीय समूहों में शामिल है।
वन अधिकारी ने बताया कि बच्चों पर उस समय हाथियों का हमला हुआ, जब वे जंगल के नजदीक अपने घर के पास खेल रहे थे। अचानक हाथियों का एक झुंड वहां आ पहुंचा और दोनों बच्चों को कुचल दिया। इस हादसे से उनके परिवार और गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में जंगली हाथियों का उत्पात बढ़ता जा रहा है और इस तरह के हादसे ग्रामीणों के लिए चिंता का विषय बनते जा रहे हैं। राज्य के वन विभाग ने प्रभावित क्षेत्रों में हाथियों के हमले से निपटने और ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाने की बात कही है।
प्रशासन ने प्रभावित परिवार को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया है। वहीं, वन विभाग भी घटना की जांच कर रहा है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचाव के लिए रणनीति बना रहा है।