प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात के दौरान रूस-यूक्रेन संघर्ष पर चर्चा की और भारत की ओर से सभी संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान की वकालत की। दोनों नेताओं की यह मुलाकात रूस के कज़ान में हो रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के दौरान हुई, जहां पीएम मोदी और पुतिन ने एक-दूसरे को गले लगाकर अभिवादन किया।
पीएम मोदी ने ब्रिक्स समूह की सफलता पर बधाई दी और कहा कि कई अन्य देश भी इसमें शामिल होना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “रूस-यूक्रेन समस्या पर हम सभी पक्षों के संपर्क में रहे हैं। हमारा हमेशा मानना रहा है कि संवाद के माध्यम से सभी संघर्षों का समाधान संभव है। भारत हमेशा शांति लाने के लिए तैयार है।”
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अंत में ‘कज़ान घोषणा’ होगी, जिसमें पांच नए देशों को ब्रिक्स का औपचारिक रूप से हिस्सा बनाया जाएगा।
यह पीएम मोदी की इस वर्ष रूस की दूसरी यात्रा है। इससे पहले वह जुलाई में भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में भाग लेने मॉस्को गए थे, जहां उन्हें रूस के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल’ से नवाजा गया था।
रूस और भारत के बीच ‘विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी’ है। राष्ट्रपति पुतिन ने पीएम मोदी से कहा, “रूसी-भारतीय संबंध विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी के चरित्र को दर्शाते हैं और यह सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहे हैं।” भारत रूसी तेल का बड़ा खरीदार भी है, जिससे पश्चिमी देशों में चिंता है।
रूस ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को पश्चिमी देशों के रूस को अलग-थलग करने के प्रयासों की असफलता के रूप में देखा है।