रायपुर की राजधानी पुलिस ने एक शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो खुद को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) का फर्जी अधिकारी बताकर लोगों से ठगी करता था। आरोपी ने पासपोर्ट सेवा केंद्र में कार्यरत एक कर्मचारी को भ्रष्टाचार के झूठे आरोपों में फंसाने और नौकरी से निकलवाने की धमकी देकर 5 लाख रुपये ठगे थे। इस मामले में सिविल लाइंस पुलिस ने पांच धाराओं में अपराध दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना का विवरण
सिविल लाइंस थाना प्रभारी के मुताबिक, आरोपी का नाम प्रभात शर्मा है, जिसने 19 सितंबर को रायपुर के श्याम प्लाजा स्थित पासपोर्ट सेवा केंद्र के एक कर्मचारी अभिजीत दत्ता को अपना शिकार बनाया। दोपहर के समय प्रभात शर्मा, जो खुद को ACB अधिकारी बता रहा था, अभिजीत से मिला और उसे धमकाते हुए कहा कि उसके खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायतें दर्ज हैं। उसने अभिजीत को डराते हुए बताया कि उसकी छवि खराब कर दी जाएगी और उसे नौकरी से बर्खास्त करवा दिया जाएगा।
प्रभात शर्मा ने अभिजीत से कहा कि इन सब से बचने के लिए उसे 5 लाख रुपये देने होंगे। अभिजीत ने अपनी नौकरी और छवि की चिंता करते हुए प्रभात को 5 लाख रुपये दे दिए। लेकिन कुछ समय बाद अभिजीत को अपने साथ हुई धोखाधड़ी का अहसास हुआ और उसने देर रात सिविल लाइंस थाने में जाकर शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस कार्रवाई
शिकायत के आधार पर पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए प्रभात शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 204, 205, 308, 318-4 और 319-5 के तहत मामला दर्ज किया गया है। उसे कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पुलिस इस मामले की और जांच कर रही है कि क्या आरोपी ने इसी प्रकार अन्य लोगों से भी ठगी की है।