चंगोराभांठा मंदिर की दान की गई भूमि को भू-माफियाओं ने बेचा, राजस्व मंत्री ने दिए जांच के निर्देश

राजधानी रायपुर के चंगोराभांठा स्थित श्री सीरवेश्वर नाथ महादेव मंदिर की दान की गई भूमि को भू-माफियाओं द्वारा कूटरचना कर बेचने का मामला सामने आया है। क्षेत्रवासियों द्वारा इस अवैध प्लॉटिंग और भूमि की बिक्री के संबंध में शिकायत किए जाने पर राजस्व मंत्री श्री टंक राम वर्मा ने मामले की जांच के निर्देश दिए हैं। उन्होंने रायपुर कलेक्टर से एक सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने और दोषियों पर नियमानुसार कार्रवाई करने का आदेश दिया है।

यह भूमि 1976 में महादेव तालाब के किनारे जमींदार गोविंदधर द्वारा ग्राम समाज को मंदिर के लिए दान में दी गई थी। 11 एकड़ भूमि में से 4.40 एकड़ भूमि मंदिर के लिए आरक्षित थी, लेकिन गोविंदधर की मृत्यु के बाद मंदिर सेवक जयलाल पुरी ने कूटरचना कर इसे 1989 में भूमाफिया संजय अग्रवाल को बेच दिया। गोविंदधर के वंशजों और स्थानीय निवासियों ने इस कूटरचना के खिलाफ न्यायालय में वाद दायर किया था और केस जीतने के बावजूद भू-माफियाओं का कब्जा अब भी जारी है।

क्षेत्रवासियों ने 7 जून 2022 को इस अवैध प्लॉटिंग की शिकायत कलेक्टर रायपुर और नगर निगम आयुक्त से की थी। नगर निगम ने 16 जून 2022 को अवैध प्लॉटिंग पर बुलडोजर चलाया था, लेकिन भूमि का कब्जा अब भी भू-माफियाओं के पास है।