बलरामपुर, 02 अक्टूबर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के राजपुर में “धरती आबा जनजाति ग्राम उत्कर्ष अभियान” के शुभारंभ के अवसर पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की, जिनका उद्देश्य क्षेत्र के विकास और जनजातीय समाज के उत्थान को सुनिश्चित करना है।
मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में जनहितकारी योजनाओं और विकास कार्यों की श्रृंखला में महान नदी पर पुल निर्माण की घोषणा की, जो नरसिंहपुर से मरकाडाड़ के मध्य होगा। यह पुल क्षेत्र के लोगों के लिए परिवहन और आवागमन को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
इसके साथ ही, उन्होंने राजपुर के हायर सेकंडरी स्कूल के लिए एक नवीन भवन निर्माण की घोषणा की, जिससे छात्रों को बेहतर शैक्षिक सुविधाएं मिल सकेंगी। शिक्षा के क्षेत्र में यह कदम छात्रों के शैक्षिक अनुभव को और अधिक समृद्ध करेगा।
राजपुर ब्लॉक की ग्राम पंचायत उफिया में स्थित चन्दर मुसखोर नाला पर पुलिया का निर्माण भी मुख्यमंत्री द्वारा घोषित किया गया, जो ग्रामीणों के लिए यातायात की समस्याओं को हल करने में मदद करेगा।
राजपुर में अपर कलेक्टर लिंक कोर्ट प्रारंभ करने की घोषणा ने प्रशासनिक सेवाओं को और अधिक प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इससे क्षेत्रीय लोगों को न्यायिक और प्रशासनिक सुविधाओं का लाभ आसानी से मिलेगा।
जनजातीय समुदाय के उत्थान को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री ने पंडो जनजाति के लिए 50-50 सीटर बालक और बालिका छात्रावास का निर्माण कराने की घोषणा की, जिससे जनजातीय छात्रों को बेहतर शिक्षा और आवासीय सुविधाएं प्राप्त होंगी।
इसके साथ ही, उन्होंने बिलासपुर और सरगुजा संभाग में प्रतिवर्ष कर्मा महोत्सव का आयोजन कराने की घोषणा की। यह महोत्सव जनजातीय संस्कृति को बढ़ावा देने और उसे संरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच होगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रायपुर में आयोजित स्वच्छता ही सेवा अभियान 2024 के तहत स्वच्छता पखवाड़े के समापन और खादी ग्रामोद्योग प्रदर्शनी के अवसर पर भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि खादी वस्त्रों की खरीद पर 02 अक्टूबर से 31 मार्च 2025 तक 25% की छूट मिलेगी। यह कदम खादी के उपयोग को प्रोत्साहित करने और स्थानीय कारीगरों के आर्थिक सशक्तिकरण में सहायक सिद्ध होगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि भगवान बिरसा मुण्डा की जयंती के अवसर पर 15 नवंबर को प्रदेश के सभी जिलों में जनजातीय गौरव दिवस मनाया जाएगा। यह दिवस जनजातीय नायकों और उनके योगदान को सम्मानित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर होगा, जिससे जनजातीय समाज में गर्व और आत्मसम्मान की भावना प्रबल होगी।