छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से एक अजीबोगरीब चोरी का मामला सामने आया है, जिसमें एक चोर ने चोरी के पैसों का इस्तेमाल न केवल अपनी ऐशो-आराम की जिंदगी जीने के लिए किया, बल्कि परिवार के साथ मथुरा और वृंदावन की तीर्थ यात्रा भी कर डाली। तीर्थ यात्रा से लौटने के बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
इस शातिर चोर का नाम रविशंकर महानंदिया बताया जा रहा है। पुलिस ने उसे ओडिशा के रायगढ़ा से गिरफ्तार किया। इस गिरोह में रविशंकर के साथ दो और चोर, के. अनिल कुमार और पी. श्रीकांत को भी पकड़ा गया, जबकि चौथा आरोपी बिज्जू अब भी फरार है।
कैसे दिया चोरी को अंजाम?
चोरों के इस गिरोह ने रायपुर के डीडी नगर इलाके में एक सूने मकान का ताला तोड़कर लगभग साढ़े पांच लाख रुपये के गहने चोरी किए। खास बात यह है कि उन्होंने वीआईपी कॉलोनियों को यूट्यूब पर सर्च करके चुना और फिर ऑटो से वहां जाकर रेकी की। इसके बाद तीन-चार मकानों को निशाना बनाया और जैसे ही मौका मिला, चोरी को अंजाम दिया।
गहनों को बेचने के बजाय चोरों ने उन्हें मुथूट फाइनेंस में गिरवी रख दिया, ताकि पकड़े जाने का जोखिम कम हो। चोरी के पैसों का इस्तेमाल करके रविशंकर महानंदिया ने अपने परिवार के साथ मथुरा और वृंदावन की तीर्थ यात्रा की।
तीर्थ यात्रा से लौटते ही गिरफ्तारी
पुलिस को चोरी की जानकारी मिलते ही उन्होंने जांच शुरू कर दी। जांच के दौरान पुलिस को चोरों के गिरोह का सुराग मिला और उन्होंने ओडिशा के रायगढ़ा से रविशंकर और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि, चौथा आरोपी बिज्जू अभी भी फरार है और उसकी तलाश जारी है।