छत्तीसगढ़ के मैनपुर ब्लॉक के मिडिल स्कूल भांटापानी में शिक्षक की कमी और बुनियादी सुविधाओं के अभाव को लेकर एक अनोखा विरोध प्रदर्शन देखने को मिला। शिक्षक और स्कूल भवन की मांग को लेकर छात्राओं और उनके पालकों ने स्कूल के गेट में ताला जड़ दिया।
पढ़ाई पर हो रहा असर
इस मिडिल स्कूल में केवल एक शिक्षक की नियुक्ति होने के कारण छात्रों की पढ़ाई पर बुरा असर पड़ रहा है। एक शिक्षक पर पूरी स्कूल की जिम्मेदारी होने से बच्चों को सही तरीके से शिक्षा नहीं मिल पा रही है। इसके अलावा, स्कूल के लिए कोई स्थायी भवन भी नहीं है, जिससे छात्रों को असुविधा हो रही है।
बच्चों का गुस्सा फूटा
बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित पालकों ने विरोध स्वरूप स्कूल में ताला जड़कर प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने शिक्षा विभाग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अधिकारियों से जल्द से जल्द समस्या का समाधान करने की मांग की। पालकों का कहना है कि अगर स्कूल में पर्याप्त शिक्षक और भवन की व्यवस्था नहीं की गई, तो बच्चों का भविष्य अंधकार में जा सकता है।
प्रशासन से उम्मीद
प्रदर्शनकारी पालकों ने शिक्षा विभाग से गुहार लगाई है कि स्कूल में जल्द से जल्द अतिरिक्त शिक्षकों की नियुक्ति की जाए और एक स्थायी भवन का निर्माण हो, ताकि बच्चों की शिक्षा बाधित न हो। अभिभावकों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाता, तब तक वे विरोध जारी रखेंगे।
शिक्षा का अधिकार
यह मामला छत्तीसगढ़ में शिक्षा व्यवस्था की खामियों की ओर इशारा करता है। शिक्षा का अधिकार हर बच्चे का मौलिक अधिकार है, लेकिन पर्याप्त सुविधाओं के अभाव में बच्चों को इसकी पूरी सुविधा नहीं मिल रही है। इस तरह की घटनाएं प्रशासन और सरकार के लिए एक चेतावनी होनी चाहिए, ताकि शिक्षा व्यवस्था को सुधारने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकें।