छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के पूर्व वरिष्ठ प्रबंधक रति भाई पटेल ने किया देहदान, जन्मदिन पर लिया बड़ा फैसला

छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के पूर्व वरिष्ठ प्रबंधक श्री रति भाई पटेल ने अपने जन्मदिन के अवसर पर एक बड़ा फैसला लिया। उनकी धर्मपत्नी श्रीमती साधना पटेल ने देहदान की घोषणा की और इसकी वसीयत नवदृष्टि फाउंडेशन के राज आढ़तिया, मंगल अग्रवाल, रितेश जैन, विकास जायसवाल को अपनी बेटी और पारिवारिक मित्र गिरीश भाई की उपस्थिति में सौंपी। इस महत्वपूर्ण निर्णय के साथ, रति भाई पटेल ने अपने जन्मदिन को यादगार बना दिया।

रति भाई पटेल के पुत्र अभिषेक और पुत्री शीतल ने अपने माता-पिता के देहदान के लिए सहमति जताई। श्री पटेल ने कहा कि आज उनकी वर्षों पुरानी इच्छा पूरी हो गई है। अपनी पत्नी के साथ देहदान की घोषणा कर उन्हें संतुष्टि हो रही है कि उनके जाने के बाद उनकी और उनकी पत्नी की आंखों से चार लोगों को नई रोशनी मिलेगी। इसके अलावा, उनके मृत शरीर का उपयोग भविष्य के डॉक्टरों के रिसर्च के लिए किया जाएगा।

रितेश जैन ने कहा कि पटेल दंपति का यह निर्णय समाज के लिए प्रेरणा बनेगा और लोग देहदान के लिए जागरूक होंगे। नवदृष्टि फाउंडेशन के पियूष मालवीय ने बताया कि उनकी संस्था लगातार लोगों को जागरूक करने का प्रयास कर रही है, जिसके सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। अब लोग स्वेच्छा से देहदान और नेत्रदान के लिए सामने आ रहे हैं।

नवदृष्टि फाउंडेशन की ओर से अनिल बल्लेवार, कुलवंत भाटिया, राज आढ़तिया, प्रवीण तिवारी, मुकेश आढ़तिया, हरमन दुलई, रितेश जैन, जितेंद्र हासवानी, मंगल अग्रवाल, किरण भंडारी, उज्जवल पींचा, सत्येंद्र राजपूत, सुरेश जैन, राजेश पारख, पीयूष मालवीय, दीपक बंसल, विकास जायसवाल, मुकेश राठी, प्रभु दयाल उजाला, प्रमोद बाघ, सपन जैन, यतींद्र चावड़ा, जितेंद्र कारिया, बंसी अग्रवाल, अभिजीत पारख, मोहित अग्रवाल, चेतन जैन, दयाराम टांक, विनोद जैन और राकेश पंड्या ने पटेल परिवार के निर्णय की प्रशंसा की और उन्हें साधुवाद दिया।

नवदृष्टि फाउंडेशन के सदस्यों ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति देहदान या त्वचादान के लिए सहयोग या मार्गदर्शन चाहता है, तो वह संस्था के सदस्यों से संपर्क कर सकता है या 9827906301/9827190500 इन नंबरों पर फोन कर सकता है।