हाथरस हादसे पर मायावती की प्रतिक्रिया: गरीबों और दलितों को बाबा के अंधविश्वास से बचने की सलाह

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की प्रमुख मायावती ने शनिवार को गरीबों और दलितों से अपील की कि वे धार्मिक नेताओं के बहकावे में न आएं और अपने “गरीबी” से निपटने के लिए भीमराव अंबेडकर द्वारा दिखाए गए मार्ग का अनुसरण करें। यह बयान 2 जुलाई को हाथरस में भोले बाबा के सत्संग में मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत के संदर्भ में आया है।

मायावती ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “गरीब, दलित और देश के पीड़ितों को अपने दुख और तकलीफों को बढ़ाने के बजाय बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वारा दिखाए गए रास्ते का पालन करना चाहिए। भोले बाबा जैसे कई बाबाओं के अंधविश्वास और पाखंड से अपने गरीबी और अन्य समस्याओं को दूर करने के लिए वे गुमराह न हों।”

उन्होंने कहा, “बाबा साहेब द्वारा दिखाए गए रास्ते पर चलकर, उन्हें अपने हाथों में सत्ता लेनी होगी और अपनी किस्मत खुद बदलनी होगी। इसके लिए उन्हें हमारी पार्टी बीएसपी से जुड़ना होगा। तभी वे हाथरस जैसी घटनाओं से बच सकते हैं, जिसमें 121 लोगों की मौत हुई, जो बहुत चिंताजनक है।”

बीएसपी नेता ने भोले बाबा के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। “हाथरस मामले में बाबा भोले और अन्य दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। अन्य ऐसे बाबाओं के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। इस मामले में सरकार को अपने राजनीतिक हितों के कारण ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए ताकि और लोगों की जान न जाए।”

पुलिस ने 2 जुलाई को हाथरस के फुलरई गांव में सुरजपाल उर्फ नारायण साकार हरी उर्फ भोले बाबा द्वारा आयोजित सत्संग के आयोजन समिति के छह ‘सेवादारों’ को गिरफ्तार किया है।

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