छत्तीसगढ़ के सुकमा में माओवादियों द्वारा लगाए गए एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) से ट्रक को निशाना बनाने के बाद दो अर्धसैनिक जवान शहीद हो गए। ये जवान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की विशेष एंटी-माओवादी इकाई कोबरा के सदस्य थे। पुलिस के अनुसार, ये जवान रोड-ओपनिंग पेट्रोल (ROP) का हिस्सा थे और ट्रक और मोटरसाइकिल पर सवार होकर गश्त कर रहे थे, तभी यह हमला हुआ।
कोबरा बटालियन ने सिलगेर कैंप से जगारगुंडा पुलिस स्टेशन की सीमा के तहत टेकलगुड़ेम की ओर गश्त की थी। पुलिस ने बताया कि और अधिक बल क्षेत्र में पहुंच चुके हैं और माओवादियों की तलाश कर रहे हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में माओवादियों के खिलाफ ऑपरेशनों में शामिल जवानों के लिए IEDs एक बड़ी चुनौती हैं। ये कच्चे विस्फोटक अक्सर छत्तीसगढ़ के घने जंगलों में सड़क के किनारे पौधों के बीच छुपे होते हैं, जिससे गश्ती दलों के लिए समय पर इनका पता लगाना मुश्किल हो जाता है।