रायपुर, 21 जून: लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और दिल्ली में पार्टी को करारा झटका लगा। इस हार के बाद कांग्रेस ने इन राज्यों में हार के कारणों की जांच के लिए समितियां गठित कर दी हैं। छत्तीसगढ़ में भी बड़े स्तर पर बदलाव की तैयारी की जा रही है।
राहुल गांधी की नई टीम की तैयारी:
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी छत्तीसगढ़ में नई टीम तैयार करने की योजना बना रहे हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) ने इसके लिए एक विशेष टीम बनाई है जो छत्तीसगढ़ का दौरा करेगी और हार के कारणों की समीक्षा करेगी। समीक्षा के बाद प्रदेश अध्यक्ष से लेकर संगठन के कई विभागों में बदलाव की संभावना है।
छत्तीसगढ़ में कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में 75 पार का नारा देने के बावजूद केवल 35 सीटों पर संतोष करना पड़ा। लोकसभा चुनाव में स्थिति और भी खराब रही, जहां 11 में से 10 सीटों पर कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा। इस खराब प्रदर्शन के बाद कांग्रेस ने हार की समीक्षा के लिए समिति गठित की है।
समीक्षा समिति और नेतृत्व परिवर्तन:
वरिष्ठ नेता वीरप्पा मोइली और हरीश चौधरी को छत्तीसगढ़ की जिम्मेदारी सौंपी गई है। वे वरिष्ठ नेताओं से चर्चा कर अपनी रिपोर्ट आलाकमान को भेजेंगे। इस रिपोर्ट में नेतृत्व परिवर्तन और संगठन के पुनर्गठन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
अन्य राज्यों में भी बदलाव की तैयारी:
छत्तीसगढ़ के साथ ही मध्य प्रदेश, दिल्ली, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भी हार के कारणों की जांच के लिए समितियां गठित की गई हैं। इन समितियों की रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस प्रदेश नेतृत्व में बदलाव कर सकती है।
भाजपा की प्रतिक्रिया:
भाजपा ने कांग्रेस की इस समिति पर तंज कसा है। कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम ने कहा, “कांग्रेस में सब निपटे हुए लोग हैं।”
कांग्रेस के इस कदम से छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मच गई है और आने वाले दिनों में राजनीतिक परिदृश्य में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं।