आर्थिक तंगी, परेशान किसानों को जिला सहकारी बैंक देगा राहत, समितियों के मिलेगा नगद ऋण

जिला सहकारी केंद्रीय बैंक द्वारा समितियों के माध्यम से शून्य ब्याज दर पर किसानों को ऋण उपलब्ध कराए जाने की व्यवस्था की गई है। अध्यक्ष बैंक अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन ने बताया है कि समितियों के सदस्य किसान नगद एवं वस्तु ऋण स्वीकृत साख सीमा में इस योजना का लाभ ले सकते है। इसके अलावा के किसानों की तत्कालिक आवश्यक्ता को देखते हुए नगद ऋण के लिए किसान सदस्य को कुल स्वीकृत साख सीमा के अतिरिक्त 20 प्रतिशत तक रियायती ब्याज दर पर निवेश ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है। धान विक्रय के लिए नवीन पंजीयन कराने वालें किसान कृषक समिति का सदस्य बन कर तत्काल नगद ऋण प्राप्त कर सकते है।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। बेरला प्रवास के दौरान प्रदेश सरकार द्वारा धान खरीदी की तारीख बढ़ाए जाने से किसानों को संभावित आर्थिक तंगी पर सांसद विजय बघेल ने चिंता जाहिर की थी। लघु एवं सीमांत कृषकों द्वारा धान कटाई एवं मिसांई कर मजदूरी खर्च, ट्रेक्टर किराया, हार्वेस्टर किराया आदि भुगतान के लिए कम दर पर धान कोचियों, मण्डियों में बेचने मजबूर हो रहे है। उन्होंने किसानों को आर्थिक तंगी से राहत दिलाने के लिए जिला सहकारी बैंक तथा प्राथमिक सहकारी समितियों से आवश्यक कदम उठाने का आव्हान किया था।
इस संबंध में जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन ने सांसद को जानकारी दी है कि बैंक द्वारा सहकारी समितियों के माध्यम से समिति के सदस्य किसानों को तत्कालिक तौर पर ऋण उपलब्ध कराए जाने की योजना प्रारंभ कर दी है। उन्होंने किसानों से अपने क्षेत्र की प्राथमिक सहकारी समितियों में संपर्क कर इस योजना का लाभ ले सकते है। रबी सीजन में किसानों को कृषि कार्य के लिए पैसे की तंगी का सामना न करा पड़ें, इसके लिए भी किसान योजना के तहत ऋण प्राप्त कर सकते है। उन्होंने किसानों से जल्दबाजी में धान न बेचनें की अपील करते हुए कहा है कि इसके लिए 1 दिसंबर का इंतजार करें। अति आवश्यक होने पर बैंक समिति से संपर्क करें तथा विभिन्न सुविधाओं के साथ नगद ऋण प्राप्त कर अपनी समस्या का निराकरण करें।