भाजपा के संगठन चुनाव में दुर्ग, भिलाई जिलों में जिम्मेंदारों द्वारा बरती जा रही मनमानी का कार्यकर्ताओं द्वारा किया विरोध रंग लाने लगा है। विरोध को देखते हुए भाजपा हाइकमान ने इन दोनों जिलों के जिला अध्यक्षों के चुनाव को स्थगित कर दिया है। इस आशय की घोषणा प्रदेश चुनाव अधिकारी रामप्रताप सिंह ने की है। यह निर्णय पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बी.एल. संतोष के निर्देश के बाद लिया गया। दुर्ग, भिलाई के अलावा राज्य के अन्य जिलों के अध्यक्ष का निर्वाचन पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ही होंगे।
रायपुर (छत्तीसगढ़)। इस मामले में बाद में पार्टी हाईकमान के निर्देश के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। दुर्ग-भिलाई में मंडल अध्यक्षों के चुनाव को लेकर पार्टी के बड़े नेताओं में विवाद सप्ताह भर से चल रहा है। इस विवाद में पार्टी की राष्ट्रीय महामंत्री सरोज पाण्डेय खेमा और सांसद विजय बघेल और पूर्व मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय खेमा आमने सामने था। वहीं गुरुवार को हुई प्रदेश के पदाधिकारियों की बैठक में भी इस मुद्दे पर खूब विवाद हुआ। पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर, शिवरतन शर्मा सहित अन्य नेताओं ने भी दुर्ग-भिलाई चुनाव में गड़बड़ी पर नाराजगी जाहिर करते हुए नए सिरे से चुनाव कराने की मांग की थी। दुर्ग भिलाई में सरोज पांडेय समर्थकों को मंडल अध्यक्ष पर नियुक्त कर दिया गया था। वहीं सांसद विजय बघेल, प्रेमप्रकाश पाण्डेय, विद्यारतन भसीन और अन्य नेताओं के समर्थकों की अनदेखी कर दी गई थी।
मंडल अध्यक्षों के चुनाव में सर्वसहमति की अनदेखी किए जाने से विवाद की स्थिति निर्मित हो गई थी। विरोध के बावजूद दुर्ग भिलाई में मंडल अध्यक्ष के पद पर सरोज समर्थकों की नियुक्ति की जा रही थी। जिसको लेकर दुर्ग और भिलाई में बैठक बुलाई थी। इसके बाद शिकायतों का पुलिंदा राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और संगठन महामंत्री व प्रदेश प्रभारी अनिल जैन को भेजा गया था। दूसरी तरफ, दुर्ग जिला भाजपा अध्यक्ष ऊषा टावरी और महापौर चंद्रिका चंद्राकर ने खुद दिल्ली जाकर वरिष्ठ नेताओं के सामने पक्ष रखा है। हफ्तेभर से चल रही ड्रामेबाजी पर हाईकमान ने फिलहाल चुनाव को स्थगित कर दिया है।