छत्तीसगढ़ के व्यापारियों से फर्जी कपंनियों के माध्यम से सामान मंगाने कर धोखाधड़ी करने के आरोपी को यूपी के बनारस से पुलिस ने अपने शिकंजे में लिया है। आरोपी वहां एग्रो फैक्ट्री का संचालन कर रहा था। आरोपी की लगभग एक साल से पुलिस को तलाश थी। आरोपी युवक को जेल भेज दिया गया है।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। छत्तीसगढ़ के कारोबारियों को चूना लगाने का यह आरोप महेश कालोनी निवासी केतन बोकारिया (36 वर्ष) पर है। केतन ने नगर के ब्रोकर नितिन वैध के माध्यम से महाराष्ट्र के कोलहापुर से 22 लाख रु. की कीमत की शक्कर बुलाई थी। 10 जून 2016 और 27 जुलाई 2017 को बुलाई गई इस शक्कर का 16 लाख रु. का भुगतान केतन ने नितिन को नहीं किया था। जिसके बाद व लापता हो गया। पेमेंट के लिए लगभग एक साल तक इंतजार करने के बाद नितिन ने इस धोखाधड़ी की शिकायत कोतवाली पुलिस से की थी। शिकायत के आधार पर पुलिस ने केतन के खिलाफ दफा 420, 406 के तहत जुर्म दर्ज कर उसकी पतासाजी प्रारंभ की थी।
लगभग एक साल बाद पुलिस को जानकारी मिली कि केतन यूपी के बनारस के पास पुरैना गांव में सिद्धी विनायक एग्रो फैक्ट्री का संचालमन कर रहा है। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने जाकर आरोपी को मौके से दबोच लिया। पुलिस के अनुसार केतन बेकारिया फर्जी फर्म बनाकर व्यापारियों को सामान दिलाने का झांसा देकर उनसे रकम हडपने में लिप्त रहा है। जिसकी जांच की जा रही है। आरोपी के किळाफ कार्रवाई कर न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे न्यायायिक अभिरक्षा के तहत जेल भेज दिया गया है। आरोपी को कब्जे में लेने में कोतवली प्रभारी सुरेश ध्रुव, एसआई राधेश्याम जुर्री, कांस्टेबल भीम सिंह, लालजी यादव की विशेष भूमिका रही।