एयरपोर्ट में नौकरी के मिलने के झांसे में आया युवक, गवाएं 50 हजार, ठगों ने ओएलएक्स पर जारी किया था भर्ती का विज्ञापन, पुलिस ने शिकायत बाद किया जुर्म दर्ज

एयरपोर्ट में ग्राउंड स्टाफ के लिए मोबाइल एप ओएलएक्स पर जारी विज्ञापन के झांसे में आकर एक युवक लगभग 50 हजार रु. की रकम गंवा बैठा। ठगों ने अलग अलग जरुरतों का हवाला देकर युवक से किश्तों में रकम बैंक खाता में जमा करवाई थी। बाद में युवक को छल किए जाने का अहसास होने पर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मऊ निवासी तीन लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का जुर्म दर्ज किया है।

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। ठगी का शिकार हुआ युवक शहर के आकाश नगर, सिकोलाभाठा निवासी प्रकाश परमार (23 वर्ष) है। प्रकाश ने अप्रैल 2018 में मोबाइल एप ओएलक्स पर रायपुर के विवेकानंद एयरपोर्ट पर ग्राउंड स्टाफ के लिए विभिन्न पदों के लिए भर्ती का विज्ञापन देखा था। जिसमें दिए गए मोबाइल नंबर पर संपर्क किए जाने पर व्यक्ति ने उसे अपना बायोडाटा जमा दिए गए ई-मेल भेजने कहा। बायोडाटा भेजने के कुछ दिनों बाद एक युवती का 3 अप्रैल 2018 को प्रकाश को फोन आया। युवती ने उसे यूनियन बैंक का अकांउट नंबर दिया और इस अकांउट में अरसद अली के नाम से आवश्यक फार्मेलिटी के लिए 4 हाजर रु. जमा कराने कहा। जिस पर विश्वास कर प्रकाश ने जिला पंचायत परिसर स्थित यूनियन बैंक की शाखा में जाकर रकम संबंधित खाता में जमा करवा दी। जिसके कुछ दिनों बाद फिर फोन आया, फोन करने वाले व्यक्ति ने स्वयं को इंडिगों विभाग से संबंधित बताते हुए उसका चयन सुपरवाइजर पद के लिए किया जाना बताया और प्रशिक्षण के दौरान लैपटाप, मोबाइल, आईडी आदि उपलब्ध कराने के लिए 25 हजार 253 रु. पूर्व में दिए गए अकांउट में जमा करा कहा। इस रकम को भी प्रकाश ने जमा करवा दी। कुछ दिनों बाद उसे स्टाफ क्वाटर अलॉट किए जाने के लिए 15 हजार 200 रु. जमा कराने कहा गया, इस रकम को भी जमा करवा दिया गया। अंत में प्रकाश को फोन आया कि उसका पासपोर्ट नहीं है, नौकरी के लिए पासपोर्ट होना अनिवार्य ह। यह पासपोर्ट इंडिगों द्वारा बनवाया जाएगा। इसके लिए उसे 5 हजार 300 रु. जमा कराने होगे। यह रकम भी जमा करवा दी गई।
बाद में प्रकाश द्वारा संबंधितों से संपर्क किए जाने पर संतोष जनक जवाब नहीं मिला और नियुक्ति के संबंध में कोई दस्तावेज नहीं मिलने पर उसे ठगी का शिकार होने का आभास हुआ। जिसके बाद पुलिस में शिकायत की गई। पुलिस ने की गई शिकायत की जांच में सामने आया कि मोबाइल नंबर 9643286676 के धारक राजबहादुर, 9654779294 के धारक राजबीर सिंह तथा 8860341645 के धारक संजीव द्वारा इस वारदात को अंजाम दिया गया है। तीनों आरोपी उत्तप्रदेश के मऊ जिले के निवासी है। पुलिस ने तीन आरोपियों के खिलाफ दफा 420 का अपराध पंजीबद्ध किया है।

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