बाल संप्रेक्षण गृह में अपचारी बालकों को नशे का सामान मुहैया कराने वाले 3 युवक पुलिस के हत्थे चढ़े है। पूछताछ में इन युवकों ने स्वीकार किया है कि वे बच्चों को नशे का सामान उपलब्ध कराते हैं। तीनों युवकों के खिलाफ पुलिस में विभिन्न गंभीर मामलो के अपराध दर्ज है। एक युवक के पास से पुलिस ने चाकू भी बरामद किया है। तीनों आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई कर पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया है।
दुर्ग (छत्तीसगढ़) । पुलगांव स्थित बाल संप्रेक्षण गृह में रखे गए अपचारी बालकों द्वारा दो दिन पहले गृह में उत्पात मचाया गया था। इस दौरान उनके द्वारा यहां अधिकारियों व कर्मचारियों की मौजूदगी में तोड़फोड़ भी की गई थी। जिसके बाद 4 अपचारी भाग गए थे। इनमें से एक बालक के वापस आ जाने की जानकारी मिली है। वहीं तीन अभी भी फरार हैं। घटना के दौरान उत्पाती बच्चों के नशे की हालत में होने की जानकारी सामने आई थी।
बाल संप्रेक्षण गृह के सुरक्षा घेरे में सेंध लगाकर कौन बच्चों को नशे की सामग्री उपलब्ध करा रहा है,इसकी पडताल की जा रही थी। पुलिस के जवान सादी वर्दी में यहां नजर रखे हुए थे। इसी दौरान ती युवक गृह के आसपास संदिग्ध रुप से घूमते मिले। इन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो इन्होंने संप्रेक्षण गृह के बच्चों को नशे का सामान मुहैया कराना स्वीकारा। आरोपियों ने बताया कि वे नशे के सामान को बाउंड्रीवाल के अंदर फेक देते थे, जहां से बच्चें इसे ले लिया करते थे। युवकों की तलाशी में उनके कब्जे से नशे का सामान बरामद किया गया। वहीं एक आरोपी जावेद खान (19 वर्ष) के पास से चाकू बरामद किया गया। जावेद खान उरला का निवासी है और उसके खिलाफ मारपीट के कई मामले दर्ज। वहीं इंदर सिंह उर्फ सन्नी (19 वर्ष) जोन 2 भिलाई का निवसी है। उसके खिलाफ हत्या का जुर्म दर्ज है। पालू उर्फ प्रशांत (20 वर्ष) ग्रीन चौक का निवासी है, उसके खिलाफ लूट का जुर्म दर्ज है। पुलगांव पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ आबकारी एक्ट तथा आर्म्स एक्ट के तहत कार्रवाई कर उन्हें जेल भेज दिया है।