नान घोटाले के आरोपी चिंतामणी चंद्राकर को जांच एजेंसी द्वारा रविवार की सुबह अपने कब्जे नें ले लिए जाने की खबर सामने आई है। चिंतामणी को उसके आदर्श नगर स्थित निवास से आज सबेरे एजेंसी के अधिकारियों ने अपने कब्जे में लिया है। फिलहाल आरोपी को स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) की हिरासत में रायपुर में पूछताछ के लिए रखा गया है। वहीं आरोपी की पत्नी लता चंद्राकर ने अपने पति को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा जबरिया साथ ले जाने की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई है।
दुर्ग (छत्तीसगढ़)। राज्य में फरवरी 2015 में हुए नॉन घोटाले में चिंतामणी चंद्राकर की प्रमुख भूमिका होने का आरोप है। इस मामले में रविवार को पूछताछ के लिए जांच एजेंसी रविवार की सुबह उसके आदर्श नगर स्थित निवास पहुंची थी। जहां से चिंतामणी को एजेंसी के अधिकारियों ने अपने कब्जे में ले लिया और उसे साथ ले गए। मिली जानकारी के अनुसार चिंतामणी को एसआईटी द्वारा रायपुर में अपने कब्जे में रखा गया है। सोमवार को उसे कोर्ट में पेश कर पूछताछ के लिए रिमांड पर लिए जाने की योजना एसआईटी की है। चिंतामणी चंद्राकर वर्तमान में छत्तीसगढ़ स्टेट सिविल सप्लाई कारपोरेशन में उप लेखाधिकारी के पद पर कांकेर में पदस्थ है। चिंतामणी चंद्राकर पर आय से अधिक संपत्ति के मामले की जांच भी ईओडब्लू द्वारा की जा रहा है। जिसके चलते ईओडब्लू की टीम द्वारा पिछली 19 अगस्त को चिंतामणी चंद्राकर के आदर्श नगर स्थित निवास सहित कांकेर, बेंगलूरु के ठिकानों पर दबिश देकर संपत्ति की जांच की गई थी। टीम ने उसके पुलगांव बायपास पर निवासरत ससुर के निवास पर भी दबिश देकर जांच की थी।
पत्नी ने पुलिस में की शिकायत
रविवार सुबह जांच एजेंसी द्वारा चिंतामणी को अपने साथ ले जाने के बाद उसकी पत्नी लता चंद्राकर ने पुलिस में शिकायत की है। शिकायत में लता ने पुलिस को बताया है कि रविवार की सुबह कुछ लोग उनके घर आए थे और चिंतामणी चंद्राकर को अपनी राजनांदगांव का घर दिखाने का कहकर साथ ले गए थे। जिसके बाद से चिंतामणी चंद्राकर की घर वापसी नही हुई है। उन्होंने चिंतामणी के गायब होने की जांच किए जाने की मांग पुलिस से की है।