लोकतंत्र को मजबूत करने एनएसएस बीआईटी दुर्ग ने निभाई भूमिका, एपिक कार्ड जनरेशन कैंप का किया आयोजन

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। लोकतंत्र में वोट डालना वोटरों का कर्तव्य और जिम्मेदारी बनती है।जितना ज्यादा मतदान होगा, हमारा लोकतंत्र भी उतना ही ज्यादा मजबूत होगा। क्योंकि भारत एक लोकतांत्रिक देश है, जहां पर चाहे केंद्र की सरकार और चाहे किसी राज्य की, उसे चुनने का माध्यम एक वोट ही है।

स्वीप के मार्गदर्शन में एनएसएस बीआईटी दुर्ग ने तीन दिवसीय एपिक कार्ड जनरेशन कैंप और आधार को एपिक से जोड़ने कैम्प का आयोजन किया गया। वोटर आईडी कार्ड, जिसे एलेक्टोर्स आइडेंटिटी कार्ड (इपिक) भी कहा जाता है। यह फोटो पहचान पत्र भारत के चुनाव आयोग द्वारा उन सभी व्यक्तियों को जारी किया जाता है, जो मतदान के योग्य हैं। इस 3 दिवसीय शिविर के दौरान, नए मतदाता पहचान पत्र बनाए गए और मौजूदा ईपीआईसी कार्ड को आधार कार्ड से जोड़ा गया।

3 दिवसीय कैंप की शुरुआत 21 नवंबर को हुई और कैंप का समापन 23 नवंबर को हुआ। कैंप में लगे एनएसएस के स्वयंसेवकों ने पूरे उत्साह के साथ हर कार्य को पूरा किया। कैंप में सभी को वोटिंग की महत्ता से अवगत कराया गया।
एनएसएस बीआईटी दुर्ग हर वर्ष इस कैंप का आयोजन करता आ रहा है और उनका उद्देश्य है की कोई योग्य नागरिक अपने अधिकार से वंचित न रहे और अपने अधिकार को जाने तथा देश के लिए अपना योगदान दे। कैंप को सफल बनाने में हर एक ने अपना योगदान दिया और देश को सशक्त बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई।

यह कार्यक्रम डॉ. अरुण अरोरा (संचालक बीआईटी, दुर्ग), डॉ. एम के गुप्ता (प्रचार्य बीआईटी, दुर्ग), एवं एनएसएस बीआईटी दुर्ग के कार्यक्रम अधिकारी, डॉ. शबाना नाज़ सिद्दीकी एवं अभिजीत लाल के निर्देशन में किया गया एवं स्वयं सेवक कार्यक्रम के आयोजन हेतु स्वेच्छापूर्वक कार्य किया।