दुर्ग (छत्तीसगढ़)। डॉक्टरों की लापरवाही के कारण सर्दी-जुकाम से पीड़ित एक शिशु की मौत हो जाने का मामला सामने आया। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए सीएचएमओ द्वारा अस्पताल का लायसेंस निरस्त किए जाने का आदेश जारी किया गया है। वहीं पुलिस ने अस्पताल के 7 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
यह मामला पुरानी भिलाई अंतर्गत शिशुओं के हॉस्पिटल सिद्धि विनायक का है। देवबलौदा निवासी डिकेश कुमार वर्मा द्वारा सर्दी-जुकाम से पीड़ित होने के कारण अपने 10 माह के पुत्र शिवांग को सिरसा गेट स्थित सिद्धिविनायक अस्पताल में इलाज के लिए 27 अक्टूबर को ले जाया गया था। जहां डॉ एसआर प्रसाद द्वारा शिशु का प्राथमिक उपचार किया गया। जिसके बाद शिशु श्वास लेने तकलीफ होने लगी। जिस पर अस्पताल प्रबंधन द्वारा उसे आईसीयू में दाखिल कर दिया। इलाज के दौरान शिशु की 31 अक्टूबर को मौत हो गई। इस मामले की शिकायत मिलने पर चिकित्सकों की जांच टीम का गठन किया गया था।
टीम में शामिल चिकित्सा अधिकारी डॉ संमित राज प्रसाद, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ दुर्गा सोनी, डॉ हरीराम यदु, डॉ गिरीश साहू तथा नर्सिंग स्टाफ आरती साहू, निर्मला यादव ने मामले की जांच की। जांच पश्चात शिशु की मौत चिकित्सकीय लापरवाही से होना सामने आया। जिसके आधार पर सीएमएचओ द्वारा अस्पताल का लायसेंस निरस्त कर दिया गया है। वहीं पुलिस ने अस्पताल स्टाफ के 7 लोगों के खिलाफ गैर ईरादतन हत्या के आरोप में दफा 304(ए) के तहत जुर्म दर्ज किया है।