बाढ़ से बिगड़े हालात, एसडीआरएफ का रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, अलबरस में फंसे नवजात व 25 लोगों को निकाला सुरक्षित

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। सीमावर्ती जिलों के जलाशयों से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण शिवनाथ नदी का उफान बढ़ता ही जा रहा है। इस स्थिति के चलते नदी तट पर मौजूद बस्तियों व ग्रामों में जल भराव हो गया है। बाढ़ से घिरे ग्रामों से ग्रामीणों को सुरक्षित निकालने के प्रयास में एसडीआरएफ की टीम जुटी हुई है। इसी बीच जल भराव के चलते रात में बालोद मार्ग को भी अस्थायी रूप से बंद कर दिए जाने की खबर आई है।

नदी का जल स्तर बढ़ने से ग्राम अलबरस में कुछ लोग फंस गये थे। इन्हें सुरक्षित निकाला गया। यहां कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने आज निरीक्षण किया। कलेक्टर ने भरदा, आलबरस आदि गांवों का निरीक्षण किया और ग्रामीणों से चर्चा की। कलेक्टर भरदा स्कूल भी गये, यहां ईंट भट्टे में काम करने वाले कुछ बाढ़ प्रभावित लोगों को रखा गया है। कलेक्टर ने उनसे चर्चा की। उन्होंने बताया कि हम लोग 40 लोग थे। बाढ़ में फंस गये थे। हमें भरदा स्कूल में ठहराया गया है।

कलेक्टर ने एसडीएम से लगातार बाढ़ की स्थिति पर नजर रखने और आपदा प्रभावित लोगों के लिए मुकम्मल व्यवस्था करने को कहा। उन्होंने कहा कि हालात पर लगातार नजर रखें और होमगार्ड के जवानों को आपात स्थिति में तैयार रखें। बता दें कि होमगार्ड के जवान भी जिले में पूरी तरह से मुस्तैद हैं, ग्राम अलबरस में 25 लोग फंस गये थे। इनमें एक नवजात शिशु भी था। होमगार्ड की मदद से इन्हें बचा लिया गया। वहीं ग्राम बोथली में एसडीआरएफ के जवानों द्वारा जरूरतमंदों के लिए दवाइयां पहुंचाई है।