बिहार के मुख्यमंत्री पद की कल शपथ लेंगे नीतीश, तेजस्वी होंगे डिप्टी सीएम, तिलमिलाई भाजपा

नई दिल्ली। बिहार में नीतीश कुमार ने मंगलवार को ‘‘राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के मुख्यमंत्री” के तौर पर अपना इस्तीफा राज्यपाल को सौंप दिया। अब बुधवार दोपहर 2 बजे नीतीश कुमार महागठबंधन के समर्थन से सीएम पद की शपथ लेंगे। नीतीश कुमार की सरकार को कांग्रेस, राजद और वामदलों का समर्थन प्राप्त होगा। इससे पहले नीतीश कुमार को विधायक दल का नेता चुना गया और उन्होंने राज्यपाल के सामने सरकार बनाने का दावा पेश किया था। राजभवन से शाम 4 बजे शपथ ग्रहण का समय तय किया गया है।

बता दें जनता दल यूनाइटेड के नेता नीतीश कुमार आठवीं बार बुधवार को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले वो सात बार इस पद की शपथ ले चुके हैं। साल 2005 के बाद से बीच के कुछ दिनों को छोड़ कर नीतीश लगातार बिहार के मुख्यमंत्री रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में 243 सीटों में से नीतीश की पार्टी JDU ने 43 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि BJP ने 77 सीटों पर विजय हासिल की थी। JDU के कम सीटें जीतने के बावजूद BJP ने नीतीश को मुख्यमंत्री बनाया था और प्रदेश की कमान उनको सौंपी थी।

नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए से अलग होने का फैसला अकेले उनका नहीं है। उनकी पार्टी के अन्य लोग भी चाहते थे कि वो बीजेपी और एनडीए से बाहर होकर एक बार फिर राज्य के विकास के लिए कार्य करें। नीतीश कुमार ने आगे कहा कि आज राज्य की सात बड़ी पार्टियोंं का उनको समर्थन है। ये सभी पार्टियां चाहती थी कि जेडीयू बीजेपी का साथ छोड़कर नई सरकार बनाए।
भाजपा ने कहा अवसरवादी
बिहार के सीएम पद से नीतीश कुमार के इस्‍तीफे के बाद बीजेपी की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है। पार्टी ने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेस में कहा “जनता ऐसा करने वालों को सबक सिखा देगी”। केंद्रीय मंत्री और बीजेपी  नेता अश्विनी चौबे ने एनडीए से अलग होने के बाद मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने पर नीतीश कुमार को ‘‘अवसरवादी” करार दिया और कहा कि बिहार को ‘‘धोखा” देने वाले उसके विकास की राह में रोड़े अटकाना चाहते हैं।
सहयोगियों को पहले खत्म करती हैं भाजपा :  तेजस्वी
बिहार में जनता दल यूनाइडेट के साथ गठबंधन करने को लेकर राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने मंगलवार शाम पटना में मीडिया से बात की। इस दौरान उनके साथ नीतीश कुमार भी थे। मीडिया से बातचीत के दौरान तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि इतिहास बताता है कि बीजेपी जिसके साथ रहती है उसे पहले खत्म कर देती है।
नए सिरे से कराए जाए चुनाव : चिराग
लोक जनशक्ति पार्टी (राम विलास) के नेता चिराग पासवान ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से नाता तोड़कर बिहार के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने पर नीतीश कुमार की कड़ी आलोचना की और आरोप लगाया कि उन्होंने दूसरी बार जनादेश का अपमान किया है। पासवान ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाए जाने और नए सिरे से चुनाव कराए जाने की मांग की।
तृणमूल-कांग्रेस ने किया स्वागत
तृणमूल कांग्रेस ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग होने के कदम का मंगलवार को स्वागत किया। तृणमूल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन में रहकर कोई दल अपनी पहचान की रक्षा नहीं कर सकता क्योंकि भाजपा की ”सब कुछ हड़प लेने की राजनीति” क्षेत्रीय दलों के अस्तित्व में भरोसा नहीं करती।
अच्छी शुरूआत : अखिलेश
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कहा है कि  यह एक अच्छी शुरुआत है। इस दिन ‘अंगरेजो भारत छोड़ो’ का नारा दिया गया था और आज बिहार से ‘बीजेपी भगाओ’ का नारा आ रहा है। मुझे लगता है कि जल्द ही राजनीतिक दल और विभिन्न राज्यों के लोग भाजपा के खिलाफ खड़े होंगे।