आज के बच्चे करेंगे कल के भारत का निर्माण, उनकी शिक्षा व विकास पर विशेष ध्यान देना जरूरी : न्यायाधीश श्रीवास्तव

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली द्वारा 2 अक्टूबर से आजादी के अमृत महोत्सव के तहत प्रारंभ विधिक जागरूकता विशेष अभियान का आज 14 नवम्बर को  समापन हुआ। बाल दिवस पर आयोजित समापन कार्यक्रम को संबोधित करते जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष व जिला सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव ने कहा कि आज के बच्चे कल के भारत का निर्माण करेंगे। बच्चे ही इस देश का भविष्य है। इसलिए ये जरूरी है कि उनकी शिक्षा एवं कल्याण पर विशेष ध्यान दिया जाए । हम जितनी बेहतर तरह से बच्चों की देखभाल करेंगे राष्ट्र निर्माण भी उतना ही बेहतर होगा ।

सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव ने बाल दिवस समारोह का आयोजन देश के भविष्य के निर्माण में बच्चों के महत्व को बताते हुए कहा कि बच्चे राष्ट्र की बहुमूल्य सम्पत्ति होने के साथ ही भविष्य और कल की उम्मीद हैं। इसलिए उन्हें उचित देख-रेख और प्यार मिलना चाहिए। बच्चों के विकास, उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य को लेकर सरकार ने कई योजनाएं बनाई हैं। लेकिन आज भी बहुत से बच्चों को उनका अधिकार नहीं मिल पाता है। बाल दिवस का अर्थ पूर्ण रुप से तब तक सार्थक नहीं हो सकता, जब तक हमारे देश में हर बच्चे को उसके मौलिक बाल अधिकारों की प्राप्ति ना हो जाए। बाल शोषण और बाल मजदूरी का पूरी तरह से खात्मा होना चाहिए। आर्थिक कारणों से कोई बच्चा शिक्षा पाने से वंचित नहीं रहना चाहिए। बाल दिवस के अवसर पर हम सब को मिलकर बाल अधिकारों के प्रति जागरुकता फैलानी चाहिए ।
उन्होंने कहा कि बच्चे बड़ों को देखकर ही सीखते हैं। घर में कोई नशा करता हो तो बच्चे को यह सीखते हुए भी देर नहीं लगती। मां बाप इस बात से अनभिज्ञ रहते हैं। मां बाप को अपने बच्चों से  बातचीत करते रहनी चाहिए। बच्चों को बचपन से ही नशीले पदार्थ से होने वाले नुकसानों की जानकारी देकर जागरूक करना पालकों की जिम्मेदारी है।
इस अवसर पर उन्होंने हरी झंडी दिखाकर जागरूकता रैली को भी रवाना किया। आयोजित विधिक जागरूकता रैली के शुभारंभ कार्यक्रम में जिला न्यायालय के न्यायाधीशगण, परिवार न्यायालय के न्याायाधीशगण, श्रम न्यायालय के न्यायाधीश, स्थायी लोक अदालत के अध्यक्ष, जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष/सचिव पदाधिकारीगण, अधिवक्तागण, तृतीय श्रेणी न्यायिक कर्मचारी संघ के अध्यक्ष, पैरालीगल वालिन्टियर्स, पैनल अधिवक्ता एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के समस्त तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी उपस्थित थे। जागरूकता रैली में 37 बटालियन सीनियर विंग के एन.सी.सी. के लगभग 287 कैडेट्स, पैरालीगल वालिन्टियर्स, पैनल अधिवक्ता सम्मिलित हुए।