दुर्ग (छत्तीसगढ़)। जिले में लागू लॉकडाउन-3 में राशन बिक्री को लेकर निर्धारित की गई गाइडलाइन से किराना व्यापारियों का असंतोष सामने आने लगा है। इस नियम को अव्यवहारिक बतातें हुए किराना व्यापारी इसमें संशोधन की मांग कर रहे हैं। उन्होंने किराना सामान की बिक्री को दुकानों से सीधे होम डिलीवरी की तर्ज पर किए जाने की मांग शासन व प्रशासन से की है। इस मुद्दे पर किराना व्यवसायियों से 4thNation प्रतिनिधि आनंद राजपूत ने बात की। देखें विडियो…
चर्चा में किराना व्यापारियों का कहना है कि इस नियम से व्यवाहारिक तौर पर सामान की बिक्री किया जाना संभव नहीं है। किराना सामानों की बड़ी रेंज होती है। सभी सामान एक हाथ ठेला पर ले जाकर गली गली में बेच पाना संभव नहीं है। व्यापारियों का कहना है कि लॉकडाउन के 12 दिन हो जाने से अधिकांश घरों में राशन संबंधी जरुरी सामानों की किल्लत होने लगी है। इस स्थिति में गली गली में जाकर सामान बेचने पर हाथ ठेलों पर मोहल्ला वासियों की भीड़ लगेगी। जिसको नियंत्रित कर पाना संभव नहीं होगा। सोशल डिस्टेंसिंग का उल्लंघन होगा। यह कोरोना संक्रमण रोकने प्रशासन द्वारा किए जा रहे प्रयासों के लिए उचित नहीं होगा। इस स्थिति के लिए बेहतर विकल्प है कि किराना दुकानों से सामान की होम डिलिवरी की अनुमति प्रदान किया जाए। जिससे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी होगा और जरूरतमंदों को उनकी जरूरत का सामान घर पर ही मिल जाएगा।