(विडियो) कोरोना से मौत के विडियों-फोटो वायरल न करने की प्रशासन की अपील, कहा फैलता है भय

दुर्ग (छत्तीसगढ़) आनंद राजपूत। कोरोना संक्रमण के बीच अस्पताल की मरच्यूरी में आने वाले शवों को लेकर वायरल किए जा रहे फोटो व विडियों पर जिला प्रशासन द्वारा चिंता जाहिर की गई है। प्रशासन का मानना है कि इस प्रकार के फोटो व विडियों वायरल किए जाने से दहशत का वातावरण समाज में निर्मित होती है। कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने इस प्रकार की सामग्री का सोशल मीडिया पर वायरल न किए जाने की अपील की है।

कलेक्टर डॉ. भुरे ने बताया कि जिला चिकित्सालय दुर्ग के मर्चुरी की एक वीडियो आज वायरल हुई है। इस वीडियो में कोविड से जान गंवा चुके मृतकों के शव को दिखाया गया है। उन्होंने इसे अनुचित बतातें हुए कहा कि जिला चिकित्सालय की मर्चुरी में नजदीकी जिलों के मृतकों के शवों को भी लाया जाता है। जिससे शवों की संख्या हमेशा दुर्ग जिले में हो रही मौतों के अनुपात में अधिक होती है। हर दिन मृतकों के शवों को अंतिम संस्कार के लिए मुक्ति धाम में भेजा जाता है। इस तरह का वीडियो बनाने का उद्देश्य औचित्य से परे लगता है। इससे समाज मे भय का माहौल बनता है और इससे कोविड के विरुद्ध नागरिक समुदाय की लड़ाई कमजोर होती है।
उन्होंने कहा कि दुर्ग जिला कोविड संक्रमण की गंभीर स्थिति से गुजर रहा है। इस स्थिति का सामना करने संयम और संकल्प शक्ति की जरूरत है। जिला प्रशासन नागरिकों से आग्रह करता है कि कोई भी तस्वीर या वीडियो पुष्टि के बगैर साझा न करें। साथ ही ऐसे वीडियो/फ़ोटो भी साझा न करें जिनसे लोगों में डर का वातावरण पैदा होता हो।
संकट की इस घड़ी में सबको संबल बंधाने की जरूरत है। जिला प्रशासन द्वारा हर दिन अतिरिक्त आक्सीजन बेड की व्यवस्था की जा रही है। सामाजिक संगठनों द्वारा भी कोविड केअर सेंटर आरम्भ किये गए हैं इनमें ऑक्सीजन बेड की सुविधा भी दी जा रही है। साहस के साथ परिस्थिति का सामना करें। दुर्ग की जनता अपनी संकल्प शक्ति से हमेशा कठिन परिस्थितियों में विजयी होती रही है। इस बार भी आम जनता के सहयोग से दुर्ग जिला इस आपदा से जल्द ही बाहर आएगा।