दुर्ग (छत्तीसगढ़)। डुप्लीकेट ताला चाबी बनाने का झांसा देकर चोरी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह पुलिस के हत्थे चढ़ा है। आरोपी रिश्ते में ससुर-दमाद है। दुर्ग पुलिस द्वारा अंतरराज्यीय शातिर चोरों को बांसवाड़ा राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है।
बता दें कि हाल ही एक फरवरी को संतराबाड़ी निवासी अमृत पाल सिंह भाटिया के घर में इस गिरोह ने वारदात को अंजाम दिया था। वारदात के समय वृद्ध महिला घर में अकेली थी। महिला को अलमारी का लॉक सुधारने का झांसा देकर उसमें रखी डेढ़ लाख की नगदी रकम के साथ जेवरातों पर हाथ साफ कर दिया था।। 4 फरवरी को अलमारी से जरुरत के लिए पैसा निकलवाने पर इस चोरी का खुलासा हुआ। जिसकी शिकायत मोहन नगर थाना में की गई थी। शिकायत के आधार पर. पुलिस ने जुर्म दर्ज कर आरोपियों की पतासाजी प्रारंभ की थी।
एसपी प्रशांत ठाकुर के निर्देश पर एएसपी सिटी रोहित झा सीएसपी विवेक शुक्ला के मार्गदर्शन में मोहन नगर टीआई के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित कर पड़ताल प्रारंभ की गई थी।
पड़ताल दौरान भाटिया परिवार के पड़ोसी के घर लगे सीसीटीवी कैमरे में चोरी का वीडियो फुटेज प्राप्त हुआ। जिसमें दो अज्ञात व्यक्ति नजर आ रहे थे। उनके हुलिया के अनुरूप राज्य एवं देश के विभिन्न शहरों में पता तलाश किया जा रहा था। मुखबिर से इन व्यक्तियों के मध्यप्रदेश के जिला देवास के ग्राम कालापाठा का होना पता चला। जिस पर 7 फरवरी को एसाई दिनेश कुमार के नेतृत्व में कांस्टेबल नरेंद्र सहारे, अलाउद्दीन शेख को देवास रवाना किया गया। वहां पहुंचने पर पता चला कि आरोपीगण सपरिवार इंदौर चले गए हैं। जिनका इंदौर जाकर पता तलाश किया गया जो आरोपियों के इंदौर से फरार होकर राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में कहीं छुप कर रहने की सूचना मिली। पुलिस टीम ने आरोपियों को बांसवाड़ा में जहां स्थानीय पुलिस के सहयोग से श्रीराम कॉलोनी के पास अपने कब्जे में ले लिया। गिरफ्त में आए आरोपी गुरुदयाल सिंह पटवा (45 वर्ष) निवासी गुराडिया थाना खुडैल जिला इंदौर एवं सतपाल सिंह सिंह पटवा ( 25 वर्ष) निवासी कालापाटा चौकी बिजवाड़ थाना कांटाफोड जिला देवास के पास से चोरी किए गए नगदी 1, 50, 000 रुपए एवं सोने के गहने कुल कीमती 4, 00, 000 रुपए को बरामद किया गया। इस कार्यवाही में एसआई दिनेश कुमार, कांस्टेबल नरेंद्र सहारे, अलाउद्दीन शेख एवं साइबर सेल भिलाई के प्रभारी इंस्पेक्टर नरेश पटेल , हेड कांस्टेबल चंद्रशेखर बंजीर, कांस्टेबल विक्रांत यदु की भूमिका सराहनीय रही।