दुर्ग (छत्तीसगढ़)। केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के आव्हान पर आयोजित चक्काजाम का असर दुर्ग में भी देखने को मिला। चक्काजाम के चलते बाईपास पर सन्नाटा पसरा रहा। वहीं किसानों के समर्थन में बाईपास पर पहुंच कर विधायक अरुण वोरा के समर्थन में चंद कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पहुंच कर चक्का जाम को अपना समर्थन दिया।
बता दें कि कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर दिल्ली बार्डर पर किसान दो माह से अधिक समय से प्रदर्शन कर रहे हैं। 26 जनवरी को ट्रेक्टर परेड के बाद 6 फरवरी को तीन घंटे का देशव्यापी चक्काजाम का आव्हान किया गया था। किसानों के इस चक्काजाम को कांग्रेस ने भी समर्थन देने की घोषणा की थी।
छत्तीसगढ़ में चक्काजाम आंदोलन को देखते हुए पुलिस ने एतिहायतन इंतजाम किए थे। जिसके चलते मार्गों को डायवर्ट किया गया था। वहीं हाइवे पर भारी वाहनों को प्रतिबंधित कर दिया गया था। जिसके कारण हाइवे पर दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक वाहनों की आवाजाही बंद रही। छत्तीसगढ़ किसान प्रगतिशील संगठन संयोजक राजकुमार गुप्ता, अध्यक्ष आई के वर्मा, महासचिव झबेंद्र भूषण वैष्णव के नेतृत्व में किसानों ने हाइवे पर प्रदर्शन कर चक्काजाम किया। वही अंजोरा बाईपास पर चक्काजाम के समर्थन में विधायक अरुण वोरा के नेतृत्व में पूर्व शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष आरएन वर्मा, रत्ना नारमदेव, नीलू ठाकुर, रामकली यादव, अलताफ अहमद, अनूप चंदानिया, अजय शर्मा सहित अन्य उपस्थित रहे।