छत्तीसगढ़ में बर्ड फ्लू की दस्तक, बालोद जिले में मृत मुर्गियों में पाया गया वायरस, 210 की मौत

रायपुर ( छत्तीसगढ़)। देश के विभिन्न प्रदेशों के साथ छत्तीसगढ़ में भी बर्ड फ्लू ने दस्तक दे दी है। पहला मामला बालोद जिले में सामने आने की जानकारी मिली है। यहां के गांव गिधाली में मृत मुर्गियों के सैंपल की जांच में इसकी पुष्टि हुई है।
बता दें कि ग्राम गिधाली में 210 मुर्गियों की अचानक मौत हो गई थी। उन्ही में से बालोद जिला स्थित जी.एस. पोल्ट्री फार्म गिधाली में कुक्कुट (चिकन) के 5 सेम्पल बीते 11 जनवरी को जांच के लिए राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा पशु रोग संस्थान भोपाल भेजे गए थे। जांच में पांचों सेम्पल एच-5 एन-8 एविएन इनफ्लुएंजा वायरस से ग्रसित पाए गए। सेम्पल की ट्रेकियल स्वाब एवं क्लोकल स्वाब की रिपोर्ट भी पाॅजिटिव पायी गई है। इसको लेकर राज्य के सभी जिलों को हाई अलर्ट कर दिया गया है ।
संचालक पशु चिकित्सक ने बताया कि भारत सरकार द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार संक्रमित फार्म से एक किलोमीटर परिधि क्षेत्र को संक्रमित क्षेत्र घोषित कर रैपिड रिस्पांस टीम (आरआरटी) द्वारा आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। संक्रमित क्षेत्र में कुक्कुट पक्षियों का आवागमन पूर्णतः प्रतिबंधित किया जा रहा है। इसके साथ ही मनुष्यों एवं वाहनों के आवागमन को भी सीमित करने की कार्रवाई की जा रही है। बालोद के जीएस पोल्ट्री फार्म गिधाली के एक किलोमीटर से 10 किलोमीटर परिधि क्षेत्र को निगरानी क्षेत्र घोषित किया जा रहा है। प्रदेश में इस रोग के प्रवेश को रोकने के लिए समस्त अंतर्राज्यीय सीमाओं, प्रदेश के सभी 1042 निजी बॉयलर, 42 लेयर तथा 12 ब्रीडर कुक्कुट व्यवसायियों, 7 शासकीय कुक्कुट फार्म एवं समस्त जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। जिलों के संवेदनशील क्षेत्र जैसे मुर्गी बाजार, मुर्गी फार्म, जलाशय एवं जंगली व प्रवासी पक्षी दिखाई दिए जाने वाले क्षेत्रों में सतत निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। समस्त जिलों को कड़ाई से जैव सुरक्षा का पालन करने का निर्देश किया गया है। सभी जिलों के सवेंदनशील क्षेत्रों में जंगली जीव, जलाशय, मुर्गी बाजारों में निगरानी बनाए रखने के निर्देश है।

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