दुर्ग (छत्तीसगढ़)। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों को 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया है। स्थानीय कृषक संगठनों ने इसके समर्थन में दुर्ग-भिलाई सहित समूचे जिले में बंद कराने की घोषणा की है। सत्ताधारी दल कांग्रेस के साथ आठ राजनीतिक दलों ने भी किसानों के बंद के समर्थन का ऐलान किया है। व्यापारिक संगठन चेम्बर ऑफ कॉमर्स और कैट से जुड़े व्यापारी भी किसानों के समर्थन में है और उन्होंने स्वमेव दोपहर 2 बजे तक व्यापारिक प्रतिष्ठानों को बंद रखने का फैसला किया है। इधर बंद के दौरान कांग्रेसी नेताओं ने अलग-अलग इलाकों में रैली निकालकर दुकानें बंद कराने की घोषणा की है, वहीं किसानों ने धान खरीदी के दौरान केंद्रों के बाहर प्रदर्शन फैसला किया है। सभी संगठनों में पेट्रोल पम्प, अस्पताल और मेडिकल स्टोर्स को बंद से मुक्त रखने का निर्णय किया है।
केंद्र के कृषि कानूनों के विरोध में देशभर के किसान पिछले सप्ताहभर से आंदोलनरत है। विशेषकर दिल्ली और उत्तर भारत में किसान सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच सरकार से लगातार बातचीत के बाद भी सकारात्मक फैसला नहीं होने से नाराज किसान 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया है। किसानों के भारत बंद को दुर्ग-भिलाई सहित समूचे जिले में व्यापक प्रतिसाद मिलता दिख रहा है। किसान संगठनों के साथ अलग-अलग राजनीतिक दलों ने बैठकें कर आंदोलन को समर्थन देने और सफल बनाने की योजना बनाई है। खासकर व्यापारिक संगठनों चेम्बर ऑफ कॉमर्स और कैट के समर्थन में आ जाने से जिले में बंद को व्यापक समर्थन मिलता दिख रहा है।
अपील, कम से कम आधे दिन रखे दुकानें बंद
भारत बंद को दुर्ग भिलाई में सफल बनाने के लिए किसान संगठनों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक तीर्थराज पैलेस में हुई। छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के संयोजक राजकुमार गुप्ता ने बताया कि बैठक में सभी ने एकमतेन बंद को समर्थन देने और व्यापारियों के से कम से कम आधे दिन यानि दोपहर 2 बजे तक दुकानें बंद रखने की अपील का निर्णय किया गया है।
इन राजनीतिक दलों ने किया समर्थन
सत्ताधारी दल कांग्रेस ने आंदोलन को समर्थन का ऐलान पहले ही कर रखा है। इस बीच छत्तीसगढ़ स्वाभिमान मंच के राजकुमार गुप्त, पूरनलाल साहू, आम आदमी पार्टी के मेहरबान सिंह, सीपीएम के शांतकुमार, पी वेंकट, सीपीआई माले के बृजेंद्र तिवारी, सीपीआई के विनोद सोनी, मो. इकबाल अंसारी, स्वाभिमान पार्टी से सतीश त्रिपाठी, पिछड़ा समाज पार्टी के गिरधर मढ़रिया, एसयूसीआई कम्युनिस्ट से आत्माराम साहू, छमुमो मजदूर कार्यकर्ता समिति से कलादास डहरिया ने भी बंद को समर्थन का ऐलान किया है।
किसान रैली निकालकर करेंगे अपील
किसानों ने बैठक कर बंद को सफल बनाने की भी रणनीति बनाई है। इसके तहत किसान संगठनों के प्रतिनिधि शहर में रैली निकालेंगे और व्यापारियों को प्रतिष्ठान बंद रखने की अपील करेंगे। रैली राजेंद्र पार्क चौक से सुबह 10 बजे निकाली जाएगी जो नगर के प्रमुख व्यापारिक क्षेत्रों में भ्रमण करते हुए कारोबार बंद करने की अपील करेगी।
खरीदी केंद्रों में किसान करेंगे प्रदर्शन
छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन ने बंद को समर्थन का ऐलान किया है। इसके साथ ही संगठन से जुड़े किसानों ने बंद के दौरान समर्थन मूल्य पर धान खरीदी केंद्रों में प्रदर्शन का फैसला किया है। संगठन के अध्यक्ष आईके वर्मा और महासचिव झबेंद्र भूषण वैष्णव ने इस संबंध में संगठन के पदाधिकारियों को निर्देश भी जारी किया है।
चेम्बर व कैट का 2 बजे तक समर्थन
इधर व्यापारिक संगठन चेम्बर ऑफ कामर्स ने किसानों के बंद के आह्वान पर दोपहर 2 बजे स्वमेव दुकानें बंद रखने का ऐलान किया है। चेम्बर के जिला अध्यक्ष अशोक राठी ने बताया कि लॉक डाउन के समय लंबे समय तक व्यापारिक प्रतिष्ठानें बंद रही, वहीं यह शादी-ब्याह का सीजन है, ऐसे में दोपहर 2 बजे तक दुकानें बंद रखने का निर्णय किया गया है। व्यापारिक संगठन भी दोपहर 2 बजे तक बंद के पक्ष में हैं।