दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कोविड 19 महामारी के बीच गणेशोत्सव की शुरुवात शनिवार से होने जा रही है। अगले 10 दिनों तक विघ्नहर्ता विराजेंगे हालांकि इस बार बड़े पंडालों की अपेक्षा लोगों ने घरों पर ही श्री गणेश की पूजा अर्चना करने में अधिक रुचि दिखाई है। आम जनता ने गणपति के आगमन की शुरुवात करते हुए अनेकों श्रद्धालुओं को गणेश मूर्तियां ले जाते देखा गया। अपनी मूर्तिकला के लिए देश भर में प्रसिद्ध शिल्प ग्राम थनौद से विधायक अरुण वोरा भी प्रतिवर्ष की भांति अपने निवास में गणेश स्थापना हेतु मूर्ति लेने पहुंचे। जहां उन्होंने ग्राम के शिल्पकारों को मास्क सेनेटाइजर आदि का वितरण करते हुए कोविड महामारी की वजह से मूर्तिकारों को होने वाली आर्थिक दिक्कतों पर भी चर्चा की। उनकी समस्याएं सुन सरकार से उन्हें हर संभव मदद दिलवाने का आश्वासन दिया।
विधायक वोरा ने कहा कि थनौद वासियों में मूर्तिकला की विलक्षण प्रतिभा है। वे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से प्रदेश के इस प्रतिभाशाली गांव को राष्ट्रीय पहचान दिलाने की दिशा में विशेष पहल करने का आग्रह करेंगे। मूर्तिकारों के उत्थान के लिए राज्य सरकार द्वारा योजना बनाने का भी आग्रह करेंगे जिससे अपनी माटी से जुड़े इस कार्य के प्रति युवाओं का रुझान बढ़े व इस कला को अंतराष्ट्रीय पहचान मिल सके।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण के अनुरूप मिट्टी की इस कला की मांग देशव्यापी है। एक सकारात्मक पहल से निश्चित रूप से यह ग्राम अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाने में सफल होगा। विधायक वोरा ने शहर वासियों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं देते हुए शहर की सुख समृद्धि एवं कोरोना से चल रही लड़ाई में सुरक्षित रखने की कामना की साथ ही समस्त पंडालों में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखने का आग्रह किया। विधायक के साथ राजेश शर्मा, नंदू महोबिया, सुमित वोरा, गौरव उमरे, संदीप वोरा, संजीव श्रीवास्तव, आशीष नशीने, श्रवण यादव भी उपस्थित थे।