रायपुर (छत्तीसगढ़)। वन विभाग द्वारा वन्य प्राणियों के अवैध शिकार की रोकथाम सहित वनों की सुरक्षा के लिए अभियान लगातार चलाया जा रहा है। इस तारतम्य में ग्राम छिन्दौली में विद्युत करेंट से दो भालूओं की हुई मौत पर चार आरोपियों के खिलाफ आवश्यक कार्रवाई करते हुए उन्हें न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) पी.व्ही.नरसिंग राव ने बताया कि 3 अगस्त को वन चौकीदार द्वारा महासमुंद वनमंडल के अंतर्गत वन परिक्षेत्र पिथौरा के ग्राम छिन्दौली में दो भालूओं की मौत के संबंध में जानकारी दी गई। इसके आधार पर वन विभाग द्वारा आरोपियों को तलाश करने के लिए तत्काल छापेमार कार्रवाई की गई। इसके तहत अचानकमार टाईगर रिजर्व से खोजी कुत्ते की मद्द से ग्राम छिन्दौली के ही चार आरोपियों को सबूत के साथ पकड़ लिया गया। उनके द्वारा वन्य प्राणियों की शिकार के लिए जी.आई.तार बिछाया गया था। इस संबंध में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यप्राणी) अरूण पाण्डेय ने बताया कि उक्त आरोपियों द्वारा दोनों भालू का शिकार करना स्वीकार कर लिया गया है। ये सभी आरोपी ग्राम छिन्दौली के निवासी है। इनके विरूद्ध वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम तथा भारतीय वन अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई है।