कोरोना, दुर्ग जिले को मिली होम बेस्ड केयर पायलट योजना की अनुमति, आज मिले 13 संक्रमित मरीज

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। कलेक्टर डाॅ. सर्वेश्वर नरेंद्र भूरे ने बताया कि दुर्ग जिले को होम बेस्ड केयर को पायलट योजना के रूप में अनुमति मिली है। इससे उन मरीजों को राहत मिलेगी, जो मंहगे क्वारेंटाइन सेंटर का खर्च उठाने में समर्थ नहीं है। प्रदेश में दुर्ग एकमात्र जिला है जहां इस सुविधा को लागू किया गया है। इस पायलेट प्रोजक्ट पर स्वास्थ्य विभाग ने क्रियान्वयन शुरू कर दिया है।
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र देव भूरे ने बताया कि जिले में पॉजिटिव मरीजों का ईलाज करने अस्पताल में पर्याप्त जगह है। 130 बेड के अस्पताल में 40 अतिरिक्त बेड की व्यवस्था कर वे ईलाज कर सकते है, लेकिन राज्य शासन से विशेष अनुमति लेकर पॉयलेट प्रोजेक्ट की शुरूआत की गई है। जिसमें ऐसे मरीजों को घर पर रखने की अनुमति दी जाएगी जिनके घर में पर्याप्त जगह है। मरीज के रहने के लिए अटैच लेथ बॉथ के साथ कमरा हो। साथ ही घर में आक्सीमीटर होना आवश्यक है। इसके अलावा एक ऐसा व्यक्ति होना चाहिए जो मरीज पर नजर रख सके। इन शर्तो के आधार पर स्वास्थ्य विभाग मरीजों को पॉजिटिव मरीजों को घर पर रखने की अनुमति देगी। इसी प्रोजेक्ट के तहत पुष्पक नगर निवासी एक पॉजिटिव मरीज को उसके ही निवास में रखा जाएगा।
पायलेट प्रोजेक्ट के तहत स्वास्थ्य विभाग ने मरीज पर नजर रखने और केस हिस्ट्री पर स्टडी करने के लिए अलग से टीम गठित की है। टीम में डॉक्टर से लेकर अलग से स्टाफ शामिल है। टीम के सदस्य वीडियो कॉलिंग के माध्यम से न केवल मरीज का हॉलचाल पूछेगी बल्कि उसे सलाह भी देगी।
30 फीसदी मरीज बीएसएफ के, बनाया गया अलग सेंटर
कलेक्टर डॉ. भूरे ने बताया कि जिले में कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या में 30 प्रतिशत मरीज बीएसएफ के है। बीएसएफ में अनुभवी डॉक्टर व उनका पूरा स्टाफ है। केवल बीएसएफ के पॉजिटिव आए लोगों का ईलाज करने के लिए जिला प्रशासन बीएसएफ के स्वास्थ्य टीम का सहोयग लेगी। उन्हें भर्ती कर उपचार करने के लिए अलग से सेंटर चालू किया जाएगा। सेंटर शासकीय छात्रावास मालवीय नगर को बनाया गया है। बुधवार से यह सेंटर शुरू हो जाएगा। जहां पर केवल बीएसएफ के पॉजिटिव आए जवानों को ही रखा जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि लगभग 4000 बीएसएफ के जवान है जिसमें नए भी शामिल है। सभी का कोरोना टेस्ट किया जाएगा।
1000 बेड तैयार करने का दावा
कलेक्टर ने एक सवाल के  जवाब में कहा कि मरीजों की संख्या लगातार बढ़ेत जा रही है। इस लिहाज से वे सारी तैयारियां कर ली है। आवश्यकता पडऩे पर वे 1000 बेड वाले सेंटर की शुरूआत कर सकते है। इसके लिए उन्होंने स्थल चयन की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
टू नॉट जांच सुविधा अब सुपेला व सेक्टर 6 में भी
कलेक्टर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग अलग चार पद्धति से कोरोना पॉजिटिव मरीजों को चिन्हित करने के लिए प्रतिदिन 500 से 600 सैंपल कलेक्ट कर रही है। बुधवार से टू नॉट जांच सुविधा सुपेला और सेक्टर 6 में भी आरंभ हो रही है। इसके बाद से विभाग हर रोज अलग अलग जांच के लिए 1000 सैंपल कलेक्ट करेगी। इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने 12 लैब टेक्निोलॉजिस्ट की भर्ती की है। वहीं 30 अन्य स्टाफ की भर्ती शीघ्र की जाएगी।
आज 13 नए संक्रमित मरीज मिले
मंगलवार को मिली रिपोर्ट में 13 नए पॉजिटिव मरीज सामने आए है। जिसमें से एक बीएसएफ के कर्मचारी की सेक्टर 6 निवासी पत्नी है। वहीं सेक्टर 7 भिलाई के बीएसपी कर्मचारी, छावनी क्षेत्र से 1 महिला व पुरुष, मैत्रीकुंज रिसाली से 1, धमधा जनपद पंचायत के 4 कर्मचारी, के अलावा पाटन स्वास्थ्य विभाग के 3 कर्मचारी शामिल है।

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