दुर्ग (छत्तीसगढ़). नगर निगम में सत्ता पक्ष और विपक्ष एक बार फिर आमने-सामने हो गए हैं। महापौर धीरज बाकलीवाल व कांग्रेसी पार्षदों ने नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा एक दिन पहले गौठान और आवारा मवेशियों को लेकर दिए गए बयान पर पलटवार किया है। महापौर ने कहा है कि जो 20 साल के शासनकाल में एक कांजी हाउस नहीं बना वे कांग्रेस के महज 6 माह के कार्यकाल पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।
महापौर-सभापति और उनकी परिषद की ओर से बयान जारी कर भाजपा के शासनकाल पर सवाल खड़ा किया गया है। बयान में कहा गया है कि 20 साल तक नगर निगम में भाजपा के महापौर चुने जाते रहे। इस दौरान शहर में एक कांजी हाउस तक नहीं बना पाए। विकास के नाम पर पूरे शहर की दुर्दशा होती रही। पूरा मार्केट अव्यवस्थित होता रहा। दो दशक में न शहर में पार्किंग की व्यवस्था हो सकी, न यातायात सुधारने, अतिक्रमण रोकने की ठोस प्लानिंग की गई। जिन योजनाओं का काम हुआ, वे या तो अधूरे रह गए या फिर पूरी तरह चौपट साबित हुए। उन्होनें कहा कि चौपाटी, पुष्पवाटिका, फुटपाथ योजना, सरोवर धरोहर सहित कई योजनाओं के नाम पर बेहिसाब पैसा खर्च किया गया। शहर की वर्तमान हालत देखकर अंदाज लगाया जा सकता है कि किस स्तर का काम किया गया है। बिना ठोस प्लानिंग किए करोड़ों रुपए खर्च कर दिए गए। खर्च की गई राशि से हुए विकास का कहीं अता-पता तक नहीं है। पार्षद दल ने कहा कि राज्य निर्माण के बाद 20 साल में चार बार भाजपा के नेता महापौर चुने गए, लेकिन शहर का अपेक्षित विकास नहीं हो पाया। जनता ने इस बार कांग्रेस को शहर विकास की जिम्मेदारी दी है। कोरोना के अभूतपूर्व संकट के बावजूद नगर निगम की नई परिषद ने 6 माह में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। सभी एमआईसी मेंबर सक्रिय रहते हुए अपने विभाग का काम कर रहे हैं। बेहतर होगा कि भाजपा और निर्दलीय पार्षद भी शहर के विकास में भागीदार बनें। सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएं।