6 माह बाद भी नहीं हुई सामान्य सभा, विपक्ष ने जताई नाराजगी, ज्ञापन सौंप कर की 10 दिन में बैठक बुलाने की मांग

दुर्ग (छत्तीसगढ़)। छह माह के अंतराल और शासन की छूट के बाद भी नगर निगम की सामान्य सभा नहीं बुलाए जाने पर विपक्षी दल भाजपा ने नाराजगी जाहिर की है। इस मुद्दे को लेकर पार्षदों ने महापौर धीरज बाकलीवाल व सभापति राजेश यादव को ज्ञापन सौंपा। उन्होंने 10 दिन में बैठक बुलाने की मांग की। इस दौरान भाजपा पार्षदों ने निगम प्रशासन पर जनहित के मुद्दों की अनदेखी के आरोप लगाए और आवारा पशुओं की धरपकड़ व अमृत मिशन में देरी पर भी सवाल खड़े किए।
नेता प्रतिपक्ष अजय वर्मा ने बताया कि नगर निगम की वर्तमान परिषद का गठन 6 जनवरी को हुआ था। इस प्रकार से शहर सरकार का गठन हुए 6 माह बीत गया है। कोरोना काल के चलते सामान्य सभा की बैठक नहीं बुलायी जा सकी, लेकिन अब नगरीय प्रशासन विभाग ने सामान्य सभा की बैठक बुलाने की छूट दे दी है, लेकिन निगम प्रशासन द्वारा बैठक नहीं बुलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि बजट शहर के विकास का आईना होता हैं, लेकिन बजट पर चर्चा नहीं हो पाई है, पार्षद बजट के अवधारणा पर चर्चा करना चाहते हैं। मांग करने वालों में गायत्री साहू, कांशी राम कोसरे, चंद्रशेखर चंद्राकर, नरेन्द्र बंजारे, देवनारायण चंद्राकर, चमेली साहू, लीना देवांगन, मनीष साहू, नरेश तेजवानी शामिल थे।
गौठान पर उठाए सवाल
पार्षदों ने इस दौरान महापौर धीरज बाकलीवाल पर आवारा मवेशियों की अनदेखी और गौठान शुरू कराने में टालमटोल के भी आरोप लगाए। पार्षदों का कहना है कि लाखों के गौठान में एक भी मवेशी नहीं है। मवेशियों की धरपकड़ नहीं की जा रही। इसलिए हर दिन दुर्घटना हो रही है।
राजनीति में अटका अमृत मिशन
पार्षदों ने अमृत मिशन की लेटलतीफी पर भी सवाल खड़े किए। पार्षदों का कहना था कि अमृत मिशन का काम पूर्व में सुनियोजित ढंग से चल रहा था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक दखल के कारण काम प्रभावित हुआ है। पार्षदों ने अमृत मिशन के तहत अव्यवस्थित खुदाई और गड्ढे नहीं भरने पर भी सवाल खड़े किए।

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